ताजा खबरे
बीकानेर :10 रुपए का सिक्का डालने से निकलेगा कपड़े का थैलामहाराष्ट्र में बीजेपी गठबंधन की आंधी, झारखंड में जेएमएम, राजस्थान में टक्करराजस्थान : जिंदा व्यक्ति का पोस्टमार्टम किया, डीप फ़ीज़र में रखा, फिर चलने लगी सांसेंडॉ. नीरज के पवन आज बीकानेर में, बीकानेर संभाग में कार्यों का निरीक्षण करेंगेराजस्थान चुनाव : फलौदी सट्टा बाजार का आंकलन, इस दल की जीतराजस्थान और इटली के सांस्कृतिक एवं साहित्यिक सेतु थे तेस्सीतोरी*दो दिवसीय ‘ओळू समारोह’ का आगाजशिक्षक नेता की बाइक को टक्कर मारने वाला पुलिस गिरफ्त मेंबीकानेर: महिला ने दिखाए हाथ, विवाह समारोह से गहनों व रूपयों से भरा बैग लेकर फरारयुवती का इंस्टाग्राम एकाउंट हैक कर फ़ोटो वीडियो वायरल करने की धमकी दी
IMG 20230527 154542 21 रंगा की जयंती पर बाल साहित्य वितरण करना पुस्तक संस्कृति को बल देता है- पंचारिया Bikaner Local News Portal साहित्य
Share This News

IMG 20241021 WA0192 रंगा की जयंती पर बाल साहित्य वितरण करना पुस्तक संस्कृति को बल देता है- पंचारिया Bikaner Local News Portal साहित्य

Thar पोस्ट न्यूज़ बीकानेर। राजस्थानी हिन्दी देश के ख्यातनाम साहित्यकार, रंगकर्मी, चिंतक, आलोचक, अनुवादक, सम्पादक एवं शिक्षाविद् कीर्तिशेष लक्ष्मीनारायण रंगा की 93वीं जयंती के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय समारोह का आगाज आज प्रातः राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक एल.बी.डी. विद्यालय की बालिकाओं को शाला प्राचार्य किरण पंचारिया एवं वरिष्ठ अध्यापक अविनाश व्यास के सानिध्य में बाल साहित्य का निःशुल्क वितरण किया गया।

इस अवसर पर प्रज्ञालय के आशीष रंगा एवं शिक्षाविद् हेमलता व्यास एवं पूनम स्वामी का सानिध्य रहा।


प्रज्ञालय के कमल रंगा ने बताया कि बालिकाओं को पुस्तक वितरण करवाने के अवसर पर प्राचार्य किरण पंचारिया ने कहा कि संस्था द्वारा बालिकाओं को अध्ययन हेतु निःशुल्क बाल साहित्य वितरण ही कीर्तिशेष रंगा को सच्ची श्रृद्धांजलि तो है ही साथ ही संस्था की इस क्षेत्र में यह एक महत्वपूर्ण सकारात्मक पहल भी है।

  वरिष्ठ अध्यापक अविनाश व्यास ने कहा कि निश्चित तौर पर रंगा जी की स्मृति में यह कार्यक्रम पुस्तक संस्कृति एवं पठन प्रवृत्ति को सम्बल देने का सार्थक प्रयास है। इसके लिए उनके परिजन प्रशंसा के पात्र हैं।
प्रज्ञालय के आशीष रंगा ने बताया कि कीर्तिशेष रंगा जी की स्मृति में आजादी री अलख, विज्ञान आस-पास, राजस्थानी बाल कहानियां एवं मुगती बाल साहित्य की 161 पुस्तकों को बालिकाओं में स्नेहपूर्वक वितरण किया गया, जिसे बहुत ही उत्साह के साथ बालिकाओं ने ग्रहण किया।


वरिष्ठ शिक्षाविद् राजेश रंगा ने बताया कि लक्ष्मीनारायण रंगा की जयंती समारोह के प्रथम दिवस के दूसरे सत्र में कीर्तिशेष लक्ष्मीनारायण रंगा की हिन्दी, राजस्थानी की 160 विभिन्न विधाआंे की पुस्तकों एवं अप्रकाशित साहित्य की प्रदर्शनी का उद्घाटन लक्ष्मीनारायण रंगा सृजन सदन में एक नवाचार के तहत बालक ही भविष्य है की अवधारणा के चलते बालिका कृतिका रंगा, हर्षिता रंगा एवं ध्वनि रंगा ने किया।
उद्घाटन करते हुए बालिका कृतिका रंगा ने कहा कि मैं बाल साहित्य पढती हूं हर बालक-बालिका को बाल साहित्य पढना चाहिए, साथ ही मैं एवं मेरे सहपाठी पुस्तक प्रदर्शनी देखकर आनन्दित हुए। इस अवसर पर हमें पुस्तक एवं पठन के महत्व के बारे में बताया गया।


कार्यक्रम प्रभारी कवि गिरिराज पारीक ने बताया कि रंगा जी की पुस्तकों एवं अप्रकाशित साहित्य के उद्घाटन के अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार कमल रंगा, भवानी सिंह, राजेश रंगा, हरिनारायण आचार्य, बलदेव व्यास, अशोक शर्मा, नवनीत व्यास, तोलाराम सारण, सुनील व्यास सहित सैकड़ों बालक बालिकाओं की गरिमामय साक्षी रही।


जयंती समारोह के अवसर पर राजेश रंगा ने बताया कि कीर्तिशेष लक्ष्मीनारायण रंगा जयंती समारोह के दूसरे दिन कल पौधारोपण, कैंसर पीड़ित भाई बहनों को स्वस्थ एवं सादा भोजन करवाना, गायों को गुड़ व हरा चारा खिलाने का आयोजन किया जाएगा साथ ही दो दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी का समापन भी होगा।


Share This News