Thar पोस्ट न्यूज़ बीकानेर (जितेंद्र व्यास)। अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव के दूसरे दिन शनिवार को डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में मिस मरवण, मिस्टर बीकाणा, ढोला मरवण प्रतियोगिताएं विशेष आकर्षण का केंद्र रही।
महक दफ्तरी ने मिस मरवण का खिताब जीता। निर्मला शर्मा द्वितीय एवं आकांक्षा सुथार तृतीय स्थान पर रही। मिस्टर बीकाणा का खिताब योगेश सेवग ने जीता। वहीं मुकेश भोजक द्वितीय व प्रेम रतन, जगमाल सिंह तृतीय स्थान पर रहे। ढोला मरवण प्रतियोगिता में श्रवण कुमार सोनी और संजू सोनी विजेता रहे।
पारंपरिक रंग-बिरंगे परिधानों में सजे प्रतिभागियों ने विभिन्न चरणों में आयोजित इन प्रतियोगिताओं में शिरकत की और सैलानियों को बीकानेर की समृद्ध लोक संस्कृति से रूबरू करवाया। एक ओर जहां पारंपरिक वेशभूषा में सजे-धजे रोबीले वीर रस से ओतप्रोत गीतों के साथ कदमताल करते दिखे, वहीं नखशिख श्रृंगार के साथ युवतियों ने बढ़-चढ़ कर प्रतियोगिताओं में भागीदारी निभाई।
40 फीट मूंछों के साथ गिरधर व्यास ने सैलानियों को आकर्षित किया
सोंगी मुखौटा व मयूर नृत्य ने सैलानियों का जीता दिल
अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव के दौरान लोक-संस्कृति और लोकधुनों की थाप ने शाम को बेहद खास और खुबसूरत बना दिया। डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में देर शाम फॉक नाइट का आयोजन हुआ। राजस्थानी लोक गीत और लोक धुनों से सजे इस कार्यक्रम में दर्शकों के साथ पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने भी संगीत की धुनों का लुत्फ उठाया।
इस दौरान राजस्थानी लोक कलाकारों सहित अन्य प्रदेशों के कलाकारों द्वारा भी प्रस्तुतियां दी गई। पद्मश्री से सम्मानित बीकानेर के मांड लोक गायक अली-गनी ने सुरीले गीतों ने विदेशी पर्यटकों को राजस्थानी संस्कृति का परिचय दिया। उनके गीतों ने दर्शकों को मंत्र मुग्ध किया।
स्थानीय कलाकार वर्षा सैनी द्वारा प्रस्तुत चरी नृत्य पर स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। महाराष्ट्र का लोकनृत्य सोंगी मुखौटा एवं मथुरा के मयूर नृत्य ने सैलानियों का दिल जीत लिया। कलाकारों ने घूमर, भंगड़ा, घुटना चकरी, फाग, हरियाणवी घूमर, नौरता सहित अन्य नृत्यों ने पर्यटकों को नाचने पर मजबूर कर दिया। इस अवसर पर देशी और विदेशी सैलानी इन पलों को कैमरे में कैद करते नजर आए।
रविवार को होगा ऊंट उत्सव का समापन
अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव के तीसरे दिन के समस्त कार्यक्रम रायसर में होंगे। इनकी शुरुआत प्रातः 9 बजे ग्रामीण खेल प्रतियोगिताओं से होगी। इस दौरान टग ऑफ वॉर, रेसलिंग, टर्बन टाइंग, महिलाओं की मटका रेस, ड्यून रेस आदि का आयोजन होगा। वहीं दोपहर 1:30 बजे से सैंड आर्ट एग्जिबिशन, हैंडीक्राफ्ट और फूड बाजार, भारतीय परंपरा अनुसार विदेशी पर्यटकों का विवाह, कैमल और कैमल कार्ट सफारी और हॉर्स रेस आदि आयोजन होंगे। वहीं कार्यक्रम का समापन फॉक नाइट और अग्नि नृत्य के साथ होगा।
ऊंटों ने दिखाए हैरतंगेज करतब
बीकानेर। अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव के दूसरे दिन रेगिस्तान के जहाज़ ऊंट के करतब देसी विदेशी सैलानियों के आकर्षण का मुख्य केंद्र रहे। शनिवार को हुए कार्यक्रमों की श्रृंखला में एनआरसीसी परिसर में ऊंटों की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इनमें ऊंट नृत्य, ऊंट दौड़, साज सज्जा, फर कटिंग सहित अन्य रोमांचक प्रतियोगिताओं का सैलानियों ने खूब लुत्फ उठाया।
ऊंटों का नृत्य और ऊंट दौड़ प्रतियोगिता रही आकर्षण का मुख्य केंद्र
राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केंद्र परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में देसी विदेशी सैलानी पहुंचे। राजस्थानी लोक धुन पर ऊंटों ने ऊंची छलांगे, तो कभी नृत्य कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। पारंपरिक ऊंट सज्जा फर कटिंग की कलाओं को भी सैलानियों ने खूब सराहा।
ऊंटों के साथ सेल्फी खिंचवाते दिखे सैलानी
परिसर में हर तरफ सजे धजे ऊंटों की चमक हर किसी को बरबस ही अपनी और खींच रही थी। यहां पहुंचे लोग ऊंटों की सवारी करने के साथ-साथ सेल्फी लेते भी नजर आए।
जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने किया अवलोकन
जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि और पुलिस अधीक्षक श्री कावेन्द्र सिंह सागर ने ऊंट उत्सव के दूसरे दिन एनआरसीसी में आयोजित कार्यक्रमों का अवलोकन किया। उन्होंने यहां सैलानियों के लिए की गई व्यवस्थाओं की जानकारी ली और विभिन्न अनुसंधान केंद्रो की ओर से लगाए गए स्टॉल्स का भी निरीक्षण किया। श्रीमती वृष्णि ने कहा कि यहां पहुंच रहे सैलानियों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो यह सुनिश्चित किया जाए।
इस दौरान निगम आयुक्त मयंक मनीष, बीकानेर विकास प्राधिकरण की सचिव अपर्णा गुप्ता, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहन लाल, अतिरिक्त जिला कलेक्टर रमेश देव, उष्ट्र अनुसंधान केंद्र निदेशक समर कुमार घोरुई, पूर्व निदेशक डॉ आरके सांवल, पर्यटन विभाग के उप निदेशक अनिल राठौड़ और जिला पर्यटन अधिकारी पवन शर्मा सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। राजस्थानी पारंपरिक परिधानों में सजी-धजी जापान की मेगूमी के साथ स्थानीय पर्यटक फोटो खींचते नजर आए। एनआरसीसी की ओर से ऊंट के दूध से बने विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी और स्टॉल्स भी सैलानियों के आकर्षण का विशेष केंद्र रही। देसी विदेशी पर्यटक ऊंट के दूध से बनी आइसक्रीम, कॉफी का आनंद लेते नजर आए।
यह रहे विजेता
इस दौरान आयोजित ऊंट साज सज्जा प्रतियोगिता में लक्ष्मण प्रथम स्थान, इमरान दूसरे, मगाराम तीसरे स्थान पर रहे। ऊंट दौड़ प्रतियोगिता में भागीरथ , अकरम तथा अरमान क्रमशः प्रथम , द्वितीय और तृतीय रहे ।
ऊंट फर कटिंग में प्रथम स्थान पर जापान की मेगूमी, श्रावण द्वितीय तथा तृतीय स्थान पर हरिराम रहे। ऊंट नृत्य प्रतियोगिता में धर्मेंद्र प्रथम, शिशुपाल द्वितीय तथा महेन्द्र सिंह तीसरे स्थान पर विजेता रहे।