Thar पोस्ट न्यूज बीकानेर। आशापुरा सेवा समिति बीकानेर और पोकरण ट्रस्ट बीकानेर हर द्वारा 20 वा विशाल भंडारा का आयोजन पोकरण आशापुरा धर्मशाला में किया जाएगा। जिसकी गाड़ी को उद्योगपति जगत नारायण कल्ला ने झंडी दिखा कर रवाना किया । भंडारे के संयोजक राजकुमार बिस्सा ने बताया कि दिनांक 10 से 14 सितम्बर तक चाय पानी और भोजन कि व्यवस्था निशुल्क होगी। इस अवसर पर ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेश बिस्सा व कोषाध्यक्ष गिरिराज बिस्सा , सचिव जयकिशन आचार्य व पूर्व अध्यक्ष गोपाल बिस्सा, ट्रस्टी नारायण बिस्सा,राहुल बिस्सा , आनंद बिस्सा,मोरसा पुरोहित, मनमोहन बिस्सा , उत्तम रंगा आदि उपस्थित रहे।
विकार बाहर निकलना जरूरी तभी परमात्मा की सर्वत्रता का बोध
तीन दिवसीय आंतरिक ध्यान और सत्संग का समापन मंगलवार को
बीकानेर। श्रीरामाश्रम सत्संग मथुरा उपकेंद्र बीकानेर की ओर से तीन दिवसीय आंतरिक ध्यान एवं सत्संग समारोह का समापन मंगलवार को होगा। माहेश्वरी भवन विश्वकर्मा गेट के अंदर आयोजित तीन दिवसीय सत्संग समारोह के दूसरे दिन ग्वालियर से आए आचार्य बृजेश कुमार शर्मा ने अपने प्रवचन में कहा कि ज्ञान और मान एक जगह नहीं हो सकते। प्रसंग का उदाहरण देते हुए उन्होंने समझाया कि बिना किसी बात को जानने बजाय स्वीकार कर लेने का अर्थ है कि वहां ज्ञान नहीं है। बिना जाने किसी चीज को मान लेते हैं तो विद्या नहीं हुई।
इसी तरह किसी चीज की कामना के साथ हम साधना करते हैं तो उसका कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि मान का चौथा रूप अभिमान होता है और इन विकारों को दूर करने का जरिया गुरु ही होता है। उपकेंद्र बीकानेर के आचार्य कृष्णकांत पारीक ने बताया कि इस बार 5 साल के अंतराल के बाद बीकानेर में यह सत्संग समारोह आयोजित हो रहा है। जिसमें देशभर देशभर से सत्संगी आए हैं और मथुरा टूंडला और जयपुर सहित अन्य स्थानों से आचार्य भी बीकानेर आए।
ऋषि पंचमी के उपलक्ष में श्रावणी का आयोजन पानी का कर्म धरणीधर तालाब यज्ञ का कार्यक्रम हषोलाव तालाब पर ऋषि मण्डल द्वारा करवाया गया ऋषि कर्म यज्ञ पंडितजी श्री गिरिजा शंकर ओझा द्वारा करवाया गया प्रवक्ता अशोक पुरोहित ने बताया कि ऋषि पंचमी का कर्म यज्ञोपवीत ब्राह्मण को करना चाहिए कर्म करने से सारे पाप मुक्त हो जाते हैं।
श्रावणी में ऋषि पूजन तर्पण आदि किया जाता है हेमाद्रि संकल्प लिया जाता है जिसका फल महत्व है यज्ञ में वरिष्ठ यजमान श्री माणक लाल किराडू थे अन्य ऋषि गण वरिष्ठ ऋषि गार्ड बोहरा जी सागरसा झवरलाल किराडू किसन पुरोहित दुर्गा शंकर व्यास बाबु जोशी आदि बड़ी संख्या मैं ऋषियो ने भाग लिया ।