Thar पोस्ट। बैंकांक व थाईलैंड विश्व के बेहतरीन टूरिस्ट्स डेस्टिनेशन्स है। दिल्ली से बैंकाक तक सीधे सड़क मार्ग से भी आप पहुंच सकेंगे। केंद्र सरकार द्वारा देश से लेकर विदेशों को सड़कों से जोड़ा जा रहा है भारत-म्यांमार-थाईलैंड (आईएमटी) त्रिपक्षीय राजमार्ग भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है इसका मुख्य उद्देश्य जमीने रास्ते से दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (ASEAN) के लिए द्वार खोलना और तीन देशों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाना है।इसके शुरू हो जाने बाद माल(Goods) और लोगों की आवाजाही के लिए एक निर्बाध सड़क नेटवर्क बनाकर भारत के पूर्वोत्तर राज्यों, म्यांमार और थाईलैंड को जोड़ा जा सकेगा। पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा।
यह भारत के मोरेह को म्यांमार के रास्ते मॅई सॉट, थाईलैंड से जोड़ेगा। योजना के अनुसार म्यांमार में इस Trilateral Highway का निर्माण दो खंडों में किया जाएगा। इसमें कालेवा-यागयी सड़क खंड का निर्माण 120.74 किमी और तामू-क्यिगोन-कालेवा (टीकेके) सड़क खंड का निर्माण 149.70 किमी तक होगा। इसके साथ ही म्यांमार में 69 पुलों का निर्माण किया जाएगा। इन दोनों ही परियोजनाओं को भारत सरकार द्वारा म्यांमार को अनुदान सहायता के तहत वित्त पोषित किया जा रहा है।
इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को तकनीकी निष्पादन एजेंसी और परियोजना प्रबंधन सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है। ये चार लेन का राजमार्ग होगा, जो लगभग 1,360 किमी (850 मील) लंबा होने वाला है। अब तक हुए डेवलपमेंट की बात करें तो India Trilateral Highway के कई खंड पूरे हो चुके हैं और पूरे मार्ग को अंतिम रूप देने का काम जारी है।
राजमार्ग के निर्माण में भाग लेने वाले देशों में सड़कों, पुलों और संबंधित बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है। हालांकि सरकार का लक्ष्य दिसंबर 2019 तक सड़कों को चालू करना था। हालांकि, निर्माण में देरी हुई क्योंकि म्यांमार हिंसा की चपेट में है और इसलिए निर्माण संभव नहीं था।