Tp न्यूज़। किसी शायर ने ठीक ही कहा है-दूरी से कोई फर्क नहीं पड़ता, दिल की धड़कनें कानों में सुनाई देनी चाहिए, दिल नजदीक होने चाहिए। पाकिस्तान में इन दिनों एक शादी चर्चा में है। यहां पर 23 साल के एक व्यक्ति ने 65 साल की एक महिला से शादी कर ली है। इस शादी के बाद हर तरफ बस इसी बारे में बातें हो रही हैं आखिर यह कैसे हुआ और कैसे ?अब्दुल्ला से 42 साल बड़ी महिला से शादी के लिए उसके घरवाले कैसे माने। अब्दुल्ला पाकिस्तान के रहने वाले हैं तो यह महिला चेक रिपब्लिक की है। इन दोनों की लवस्टोरी फेसबुक से शुरू हुई थी। 23 साल के अब्दुल्ला जो पेशे से एक पेंटर हैं, उन्होंने हाल ही में चेक रिपब्लिक की एरियाना से शादी की है। अब्दुल्ला गुंजरावाला के वरपाल छात्ता के रहने वाले हैं। उनकी और एरियाना की दोस्ती फेसबुक से शुरू हुई थी. अब्दुल्ला ने एरियाना को फ्रेंड रिक्वेस्ट के साथ मैसेंजर पर मैसेज भेजा था।इसके बाद दोनों फोन पर बात करने लगे। एरियाना पिछले एक साल से वीजा के लिए कोशिशें कर रही थीं लेकिन हर बार उनकी वीजा रिजेक्ट हो जाता।
आखिर पाकिस्तान के दूतावास ने की मदद
अब्दुल्ला ने भी वीजा के लिए अप्लाई किया था लेकिन उनका वीजा भी खारिज हो गया। कई बार कोशिशें करने के बाद और कई फोन कॉल्स के बाद एरियाना के देश में स्थित पाकिस्तानी दूतावास हरकत में आया। अब्दुल्ला आखिरकार एरियाना से मिल सके। अब्दुल्ला से शादी के बाद एरियाना ने इस्लाम कुबूल कर लिया है. दोनों ने 3 साल की रिलेशनशिप के बाद शादी की है।
चेक रिपब्लिक में रहेंगे अब्दुल्ला
शादी के बाद दोनों की योजना चेक रिपब्लिक में ही रहने की है और अब्दुल्ला अब वहीं पर अपना पेटिंग का काम करेंगे। एरियाना एक रिटायर्ड स्कूल टीचर हैं। वो अपने पति अब्दुल्ला को इंग्लिश भाषा सीखने में मदद भी कर रही हैं लेकिन खुद उन्होंने भी उर्दू और पंजाबी भाषा सीख ली है. अब्दुल्ला के लिए अपने माता-पिता को शादी के लिए मनाना कोई मुश्किल काम नहीं था। अब्दुल्ला की मानें तो उनके माता-पिता काफी सर्पोटिव हैं और एरियाना को काफी प्यार करते हैं. इसलिए उन्हें शादी के लिए राजी करना कोई मुश्किल काम नहीं था.
अब्दुल्ला का एक सपना
अब अब्दुल्ला का सपना पिता बनने का है और फिलहाल वह इसके लिए विकल्पों को तलाश रहे हैं। एरियाना की उम्र की वजह से डॉक्टरों ने उन्हें ऐसा न करने की हिदायत दी है। पाकिस्तान का शहर गुंजरावाला, पंजाब प्रांत के सबसे बड़े शहरों में शामिल है। यह देश का पांचवा ऐसा शहर है जहां पर आबादी सबसे ज्यादा है18वीं सदी में बसाया गया था और आज यह एक आधुनिक शहरों में गिना जाता है. यह जगह महाराजा रणजीत सिंह का जन्मस्थान है. आज यह शहरा कराची और फैसलाबाद के बाद सबसे बड़ा औद्योगिक शहर है। यह शहर गोल्डन ट्राइंगल का हिस्सा है।