Thar पोस्ट। जहां भारत में शैक्षिक छुट्टियों का समापन होने के बाद कॉलेज व स्कूलों में पढ़ाई शुरू हो गई है वहीं यूरोपीय देशों में अवकाश शुरू होने से अब दो माह तक राजस्थान में युवा पर्यटकों की बहार रहेगी। फ्रांस, यूके, जर्मनी, चेक गणराज्य, इटली, स्विटज़रलैंड से सैलानियों का मूव राजस्थान के जयपुर, मंडावा, पुष्कर, उदयपुर, जोधपुर, जैसलमेर व बीकानेर, बूंदी रहेगा। इन दो माह में युवा पर्यटक अधिक आते है जबकि अक्टूबर से शुरू होने वाले पर्यटन सीजन में युवाओं के साथ अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक भी आते है। राजस्थान में इन दिनों बारिश मेघ मल्हार है सावन के माह में अनेक त्योहार व स्वतंत्रता दिवस समारोह सैलानियों के लिये आकर्षण का केंद्र रहते है।
उधर, बीकानेर में हवेलियों के संरक्षण को लेकर बैठक हुई। जिसमें जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने कहा कि बीकानेर की हवेलियां देश और दुनिया में विशेष पहचान रखती हैं। इनका संरक्षण आवश्यक है। इसके लिए नगर निगम में हेरिटेज सेल का गठन किया जाएगा। इस सेल की स्वीकृति के बिना किसी हवेली को नुकसान पहुंचाया गया तो नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
जिला कलक्टर ने मंगलवार को कलक्टेªट सभागार में पर्यटन विकास समिति की बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निगम द्वारा यह सेल शीघ्र गठित की जाए। उन्होंने कहा कि जिले में पर्यटन विकास की संभावनाओं के मद्देनजर योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाए। देशी और विदेशी पर्यटक यहां अधिक से अधिक रुकें और यहां के पर्यटन स्थलों का अवलोकन करें।
जिला कलक्टर ने हेरिटेज रूट, जूनागढ़, बीकाजी की टेकरी सहित अन्य पर्यटक स्थलों में साफ-सफाई के लिए समर्पित टीमें गठित करने के निर्देश दिए। साथ ही इन क्षेत्रों में सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था की दुरूस्त रहे। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव की तैयारियां और प्रचार-प्रसार शीघ्र ही प्रारम्भ कर दिया जाए। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर प्रचार के लिए इन्फ्लूएंसर्स का सहयोग इसमें लिया जाए।
जिला कलक्टर ने जोड़बीड़ कंजर्वेशन रिजर्व को ट्यूरिस्ट पाइंट के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए और कहा कि यहां सभी आवश्यक व्यवस्थाएं हो। यहां शौचालय बनाने, विभिन्न साइनेज लगवाने, लाइटिंग की प्रभावी व्यवस्था के लिए कहा। उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा शहरी क्षेत्र की विभिन्न दीवारों पर रिवर्ज और वल्चर से जुड़ी पेंटिंग करवाई जाएंगी।
जिला कलक्टर ने कहा कि रायसर में डेजर्ट ट्यूरिज्म की स्थिति पर चर्चा की और कहा कि यहां वाकिंग वे बनाया जाएगा। यहां आकर्षक लाइटिंग, बैठने की हेरिटेज व्यवस्था जैसी सुविधाएं होंगी। राजीव गांधी मार्ग स्थित शफील की दीवारों पर आकर्षक वॉल पेंटिंग करवाने तथा इस क्षेत्र को नाइट टूरिज्म के दृष्टिकोण से विकसित करने पर चर्चा हुई।
बैठक के दौरान बॉर्डर टूरिज्म की संभावनाओं पर भी चर्चा की गई। जिला कलक्टर ने कहा कि जैसलमेर के सम की तर्ज पर धोरों का बड़ा क्षेत्र पर्यटन के दृष्टिकोण से चिन्हित किया जाए। साथ ही सीमावर्ती क्षेत्र में होम स्टे के लिए घरों का चिन्हीकरण, सांचू पोस्ट में पर्यटन से जुड़ी चर्चा हुई।
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक अनिल राठौड़ ने विभागीय गतिविधियों, उपलब्धियों और कार्यवाही के बारे में बताया। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहन लाल, अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) उम्मेद सिंह रतनू, नगर निगम उपायुक्त अर्पिता सोनी, जिला उद्योग संघ अध्यक्ष डीपी पचीसिया, विजय सिंह थैलासर, पर्यटन अधिकारी पवन शर्मा, योगेश राय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा पर्यटन व्यवसाय से जुड़े प्रतिनिधि मौजूद रहे।