Thar पोस्ट, न्यूज। जोधपुर में जागरूकता रैली निकालकर लैंगिक अल्पसंख्यक समुदाय को मुख्यधारा से जोडने की अपील की गई। जून को प्राइड माह के रूप में मनाया जाता है। इस महीने में लैंगिक अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों को लेकर चर्चा की जाती है। लैंगिक अल्पसंख्यक समुदाय कम्युनिटी को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए एक जागरूकता रैली का आयोजन जोधपुर में किया गया। बीकानेर सहित देश भर से आए लैंगिक अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने रैली में शिरकत की।संभली ट्रस्ट के सौजन्य और ब्रिटिश उप उच्चायोग अहमदाबाद के सहयोग से लैंगिक अल्पसंख्यक अधिकारों के लिए जागरूकता रैली का आयोजन जोधपुर में किया गया। यह रैली राइकाबाग से होते हुए राजीव गांधी चौक, नई सड़क चौराहे तक निकाल आपसी भाईचारे और समाज में समान अधिकार मिलने के लिए निकाली गई। ट्रस्ट के संस्थापक गोविंद राठौड़ के अनुसार लैंगिक अल्पसंख्यक समुदाय को रोजमर्रा की जिंदगी में बहुत से स्कूल, दफ्तर, घर, पड़ोस में भेदभाव का सामना करना पड़ता है। कई बार होता है कि अत्याचार सहन करते इस समुदाय के लोगों के पास कहीं भी सुरक्षित स्थान नहीं रहता। संस्था इन्हें मानसिक, शारीरिक पीड़ा होने पर कानूनी सहायता देती है। इनके अधिकारों का संरक्षण दिलवाती है।
कार्यक्रम में किन्नर समुदाय की सरोज मौसी और कांता बुआ ने अपने साथियों के साथ शिरकत की। दोनों किन्नर समुदाय के प्रतीक और मुख्य पदाधिकारी से होने के नाते समाज में भेदभाव मिटाने का संदेश देते दिखाई दिए। रैली के आयोजन को और बेहतर बनाने के लिए दिल्ली, मुंबई, जयपुर, बीकानेर, जैसलमेर जैसे शहरों से लैंगिक अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों की बात करने के लिए समाजसेवक भी पहुंचे।