ताजा खबरे
देश: विदेश की प्रमुख खबरेंविधायक व्यास ने दिखाई संवेदनशीलता, घायल युवतियों को हॉस्पिटल पहुंचायामौसम फिर बदलेगा रंग, विभाग ने कही ये बातजिला कलेक्टर के निर्देश पर ओवरलोडेड ट्रक किया जब्त, मंत्री गोदारा ने दी ये सौगातें अन्य खबरें भीद्वारकाधीश लैब एंड ब्लड कलेक्शन सेंटर की पहली वर्षगांठ पर निःशुल्क शिविरअनियमितताएं पाए जाने पर 10 मेडिकल स्टोर्स के अनुज्ञापत्र निलंबितराजकीय कन्या महाविद्यालय, मुरलीधर व्यास नगर बीकानेर में कर्त्तव्य-बोध कार्यक्रमयुवती के अपहरण का सच आया सामने, प्रेमी के साथ शादी रचाईभारत में हवाई टैक्सी में होगा सफर ! एक बार चार्ज होने पर ये 450 किमी की दूरी तय करेगी टैक्सीपाकिस्तान से राजस्थान पहुंचे विवाह के लिए, युवतियों को वहां नहीं मिल रहे है हमसफर
IMG 20230527 154542 31 एलन मस्क: इंसानी दिमाग में लगाई चिप, दिव्यांगों को होगा लाभ Bikaner Local News Portal अंतरराष्ट्रीय
Share This News

Thar पोस्ट। विश्व विख्यात शख्शियत एलन मस्क ने बड़ा कारनामा किया है। एलन मस्क ने इंसानी दिमाग में सफलतापूर्वक चिप लगाई है।इससे फायदा दिव्यांगों को हो सकता है। मस्क ने कहा है कि जिस व्यक्ति के दिमाग में चिप लगाई गई है, उसकी सेहत में सुधार हो रहा है। मस्क ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर यह जानकारी दी है। एलन मस्क ने ऐलान किया है कि इंसानी दिमाग में चिप लगाने का पहला परीक्षण सफल रहा है। यह सफलता मस्क की कंपनी न्यूरालिंक ने प्राप्त की है। न्यूरालिंक को यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने बीते साल मई में ही इंसानी दिमाग में चिप लगाने की मंजूरी दी थी। एलन मस्क ने कहा कि शुरुआती नतीजे काफी उत्साहजनक हैं। न्यूरालिंक की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, इंडीपेंडेंट इंस्टीट्यूशनल रिव्यू बोर्ड से मंजूरी मिल चुकी है। मेडिकल डिवाइस का ट्रायल सफल रहा था, जिसमें वायरलेस ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस का परीक्षण किया गया था। इस परीक्षण का उद्देश्य इंसानी दिमाग में चिप लगाने की सेफ्टी का आकलन किया गया था।  न्यूरालिंक एक स्टार्टअप है, जिसकी शुरुआत मशहूर अरबपति एलन मस्क ने साल 2016 में की थी। इस दौरान कुछ वैज्ञानिकों और इंजीनियर्स को उन्होंने अपने साथ जोड़ा था और इस कंपनी को शुरू किया था। न्यूरालिंक ब्रेन चिप इंटरफेस बनाने का काम करती है, जिन्हें इंसानी खोपड़ी में इंप्लांट किया जा सकेगा। इन चिप की मदद से दिव्यांग लोग जो चल-फिर नहीं सकते या बात नहीं कर सकते या देख नहीं देख सकते, वे फिर से कुछ हद तक बेहतर जीवन जी सकेंगे।


Share This News