Thar पोस्ट। वैगनर आर्मी अपना विरोध वापस लेते हुए अब अपने फील्ड कैम्प्स में लौट रही है। बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ उनके ही सबसे खास वैगनर आर्मी के प्रमुख येवगेनी प्रीगोझीन ने बगावत का बिगुल बजा दिया था। लेकिन पुतिन के सामने ये बगावत 24 घंटे भी नहीं टिक सकी। इस बारे में येवगेनी प्रीगोझीन ने बयान दिया है कि रूस के लोगों का खून ना बहे, इसलिए वो अपने इलाक़े और फील्ड कैंप्स में वापस लौट रहे हैं।
ग्रॅुप के प्रमुख ने मॉस्को की ओर जा रहा अपना काफिला रोक दिया है। इस प्राइवेट आर्मी के चीफ का नाम है येवगेनी प्रीगोझीन। येवगेनी ने तनाव खत्म करने पर अपनी सहमति दी है। ये दावा बेलारूस के प्रेसिडेंट ने किया है। येवगेनी ने कहा कि रूस के लोगों का खून ना बहे, इसलिए वे अपने इलाक़े और फील्ड कैंप्स में वापस लौट रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह फैसला बेलारूस के राष्ट्रपति की मध्यस्थता के बाद हुआ है। हालांकि वैगनर ग्रुप अभी शांत हो गया है लेकिन भविष्य में रूस के लिए यह बड़ा खतरा बनकर सामने आया है।