Thar पोस्ट, न्यूज। राजस्थान के अन्य जिलों की तुलना में बीकानेर के हालात उतने बुरे नहीं है खासकर पेयजल वितरण मामले में। राजस्थान के जोधपुर में तीन दिन में एक बार ही पानी मिलेगा। यह लोगों को पानी को सहेज कर काम लेना होगा। इंदिरा गांधी नहर के क्लोजर साठ दिन से थोड़ा लंबा होते ही जोधपुर में शुरू हुए पेयजल संकट से फिलहाल राहत मिलने के आसार कम ही नजर आ रहे हैं। नहर के जरिये हिमालय का पानी जोधपुर पहुंचने के बावजूद अगले कुछ दिन तक जोधपुर शहर में तीन दिन में एक बार जलापूर्ति की व्यवस्था जारी रहेगी। खाली होने की कगार पर पहुंच चुके शहर के प्रमुख जलाशयों कायलाना व तखतसागर में कुछ पानी आपात स्थिति के लिए एकत्र किया जा सके।जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि हरिके बैराज से नहर में पानी छोड़ने के बाद पहुंचने में समय लगेगा। कायलाना व तखतसागर खाली होने के कगार पर पहुंच चुके हैं। पानी के मामले में हम लोग हैंड टू माउथ की स्थिति में है। ऐसे में बेहतर होगा कि नहर शुरू होने के बावजूद कुछ पानी को बचाकर दोनों जलाशयों में एकत्र कर रखा जाए। यदि किसी कारणवश कोई तकनीकी खराबी या नहर के टूटने से की स्थिति पैदा होती है तो बचा कर रखा गया पानी काम आएगा। ऐसे में हम अगले कुछ दिन तक जोधपुर शहर में तीन दिन में एक दिन -जलापूर्ति की व्यवस्था को लागू रखेंगे। उन्होंने शहर के लोगों से प्रशासन के इस फैसले में सहयोग देने की अपील की है।