Thar post, गोआ/ पणजी/ राजस्थान।विश्व मे बढ़ रहे कोरोना महामारी का असर देश के टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स पर भी देखा जा रहा है। मेले आयोजन रद्द हो रहे हैं। बीकानेर का कैमल फेस्टिवल रद्द हो गया है। जैसलमेर का डेसर्ट फेस्टिवस्ल भी अधरझूल में है। कोरोना का सर्वाधिक असर गोवा, राजस्थान पर पड़ा है। यहाँ देशी और विदेशी पर्यटकों की आवाजाही रहती है। लेकिन कोरोना ओमिक्रोन और वायरस के नए मामलों में अचानक वृद्धि से पर्यटन कारोबार जर्जर हो गया है। विदेशी पर्यटक नही आ रहे। पुष्कर में भी कारोबार ठंडा है। कोरोना महामारी की शुरुआत में ही पर्यटन पर तगड़ा असर दिखना शुरू हो गया। अब हालात ये है कि होटेलों में बुकिंग लगातार निरस्त हो रही है। समंदर की किनारे और बालू मिट्टी के दौरे सूने पड़े है। देश भर के टूरिज्म और हॉस्पिटेलिटी सेक्टर टूट सा गया है। ट्रेवल एजेंट्स, एस्कॉर्ट्स, गाइड आदि भी अब जीवनयापन के दूसरे तरीके अपना रहे है। गोवा में नए वर्ष के बाद से होटलों में बुकिंग रद्द हो रही है।वही राजस्थान के किले, होटलों में ओमिक्रॉन के गहराते संकट के बीच टूरिस्ट फिलहाल घर से निकलने में परहेज कर रहे हैं। ऐसे में होटल इंडस्ट्री को फिर 2020 जैसी स्थितियां लौटती दिखाई दे रही हैं। सर्दियों के समय में गोवा पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होता है। लेकिन कोरोना के ताजा विस्फोट से गोवा के पर्यटन उद्योग का संकट बढ़ गया है। यहां के होटलों में करीब 15 से 20 प्रतिशत बुकिंग रद्द हो रही है। पर्यटन उद्योग के एक प्रतिनिधि ने बुधवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, गोवा में कोरोना वायरस के 592 नए मामले दर्ज किए। इसी के साथ संक्रमण दर बढ़कर 13.89 प्रतिशत हो गई है। ट्रैवल एंड टूरिज्म एसोसिएशन ऑफ गोवा (टीटीएजी) के अध्यक्ष नीलेश शाह ने कहा कि कोरोना वायरस के नए मामलों में वृद्धि के साथ पर्यटकों ने राज्य के लिए अपनी यात्रा की योजना को रद्द करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘होटल बुकिंग रद्द करने की दर 15 से 20 प्रतिशत के बीच है। लोग कोरोना वायरस से संबंधित प्रतिबंधों के कारण यात्रा से बच रहे हैं।’’ शाह ने कहा कि उन्हें अगले महीने तक स्थिति में सुधार की उम्मीद है।