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IMG 20210330 203036 डाॅ. कल्ला ने सुनी समस्याएं Bikaner Local News Portal बीकानेर अपडेट
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Tp न्यूज़, बीकानेर। कला, साहित्य एवं संस्कृति मंत्री डाॅ. बी. डी. कल्ला ने पवनपुरी स्थित आवास और डागा चैक स्थित विधायक सेवा केन्द्र में मंगलवार को आमजन से मिल कर होली एवं शब-ए-बरात की शुभकामनाएं दी।
डाॅ. कल्ला ने कहा कि बीकानेर का साम्प्रदायिक सौहार्द तथा आपसी प्रेम पूरी दुनिया में विशिष्ट स्थान रखता है। यहां के लोग एक साथ बैठकर तीज त्यौहार मनाते हैं। युवाओं तक इन परम्पराओं को पहुंचाने के प्रयास हों जिससे  हमारी संस्कृति को जीवित रखा जा सके।
इस दौरान कल्ला ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों से आए गणमान्य नागरिकों से मुलाकात की तथा होली तथा शब-ए-बरात की मुबारकबाद दी। इस अवसर पर डाॅ. कल्ला ने लोगों के अभाव अभियोग भी सुने एवं सम्बन्धित अधिकारियों को समस्याओं के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में आमजन, विद्युत, पेयजल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

कला एवं संस्कृति मंत्री डाॅ. बी. डी. कल्ला ने किया मधुमती के नए अंक का विमोचन
कला, साहित्य तथा संस्कृति मंत्री डाॅ. बी. डी. कल्ला ने राजस्थानी साहित्य अकादमी उदयपुर द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका ‘मधुमती’ के नए अंक का मंगलवार को विमोचन किया। यह अंक राजस्थान दिवस और प्रसिद्ध रचनाकार फणीश्वर नाथ ‘रेणु’ पर आधारित है। इस दौरान डाॅ. कल्ला ने कहा कि अकादमी पाठकों और लेखकों के लिए जल्द ही ‘मैसेजिंग सेवा’ प्रारम्भ की जाएगी। इससे पाठकों तक पत्रिका पहुंचने की सूचना उन्हें एमएसएस के माध्यम से मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना की प्रतिकूल परिस्थितियों में मधुमती ने पाठकों के बीच विशेष पहचान स्थापित की है तथा डिजिटल युग में प्रभावी सेवाएं दे रही है। उन्होंने राजस्थान की सतरंगी संस्कृति को देश और दुनिया में अलहदा और विशिष्ट बताया तथा कहा कि यहां के साहित्यकारों ने अपनी लेखनी के माध्यम से इसकी खूबियों को जन-जन तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि मधुमती के इस अंक में राजस्थान की साहित्यिक परम्परा के विभिन्न आयामों को संकलित किया गया है। वहीं फणीश्वर नाथ ‘रेणु’ के जीवन दर्शन पर आधारित सामग्री युवा लेखकों के लिए प्रेरणा का काम करेगी। मधुमती के सम्पादक डाॅ. ब्रज रतन जोशी ने कहा कि मधुमती को साहित्य समाज में जागरुक प्रहरी के रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने पत्रिका में संकलित साहित्यिक रचनाओं की जानकारी दी।


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