Thar पोस्ट, न्यूज। हरियाणा स्थित महर्षि दयानंद युनिवर्सिटी रोहतक के स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स में दो दिवसीय नोर्थ वेस्ट क्वानकिडो चैम्पियनशिप का आयोजन किया गया जिसमें राजस्थान टीम ने 40 गोल्ड, 29 सिल्वर तथा 17 ब्रोंज जीतकर राजस्थान का नाम रोशन किया।
क्वानकिडो एसोसिएशन राजस्थान के प्रेसीडेंट देवेन्द्र सारस्वत ने बताया कि उत्तर पश्चिम जोन क्वानकिडो प्रतियोगिता में राजस्थान प्रदेश से 43 खिलाड़ियों ने क्वानकिडो की मेल एंड फिमेल केटेगरी में फाइट फुल एंड सेमी कोन्टेक्ट, इंडीविजुअल क्वान्स, पैअर क्वान्स तथा वंचित टीम क्वान्स इवेंट्स में प्रतिभागिता निभाते हुए 40 गोल्ड, 29 सिल्वर तथा 17 ब्रोंज सहित कुल 86 मैडल जीतकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया तथा जोनल स्तर पर द्वितीय स्थान प्राप्त किया। राजस्थान से धनंजय सारस्वत, प्रशांत डांगी तथा हिमांशु सारस्वत ने नेशनल रेफरी तथा देवेन्द्र सारस्वत ने क्वान्स इवेंट्स चीफ ज्यूरी की भूमिका निभाई। 40 गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ियों का चयन आगामी नासिक में आयोजित नेशनल फैडरेशन कप के लिए किया गया।
श्री सारस्वत ने बताया कि क्वानकिडो खेल वियतनामी मार्शल आर्ट है जो प्राचीन भारतीय युद्ध पद्धति से प्रेरित विद्या है। वर्तमान में इसे खेल के रुप में सिखाया जाता है। अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय के खेल कैलेंडर में होने से राजस्थान में यह एक लोकप्रिय खेल बनता जा रहा है। विशेष उल्लेखनीय है कि गत दो वर्षों में महाराजा गंगासिंह युनिवर्सिटी बीकानेर के खिलाड़ियों ने वर्ष 2021-22 में अखिल भारतीय स्तर पर महिला वर्ग में तृतीय स्थान की ट्राॅफी जीती वहीं बीकानेर संभाग की टांटिया युनिवर्सिटी श्रीगंगानगर की पुरुष वर्ग टीम ने वर्ष 2022-23 में अखिल भारतीय स्तर पर तृतीय ट्राफी जीत रही है। अन्य खेलों के मुकाबले सरलतापूर्वक तथा सुगम प्रशिक्षण उपलब्ध होने के कारण 05 वर्ष बालक-बालिका से लेकर 55 वर्ष के मास्टर वर्ग भी रुचि लेकर बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। सेल्फ डिफेंस के लिए निशुल्क प्रशिक्षण भी क्वानकिडो एसोसिएशन राजस्थान द्वारा उपलब्ध करवाया जाता है।
राजस्थान के उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए क्वानकिडो एसोसिएशन राजस्थान प्रेसीडेंट देवेन्द्र सारस्वत बीकानेर, जनरल सेक्रेटरी नरेन्द्र कुमार संरक्षक रविन्द्र उपाध्याय, भंवर पुरोहित, भाजपा खेल प्रकोष्ठ जिला सहसंयोजिका शोभा सारस्वत, सुशील पंचारिया, ओमप्रकाश शर्मा राजेरां ने प्रसन्नता जताई है।