Thar पोस्ट न्यूज, नई दिल्ली। देश मे आजकल QR कोड को स्कैन कर भुगतान करने का चलन है। लेकिन ऑनलाइन ठग इसके माध्यम से भी धोखाधड़ी कर रहे हैं। देशभर में कई मामले सामने आ चुके है। QR कोड स्कैन से पहले रिसीवर का नाम और अन्य जानकारी सत्यापित कर लें. संदिग्ध लोगों और स्थानों पर QR कोड स्कैन न करें। कोई भी डिजिटल ट्रांजेक्शन करते समय जल्दबाजी न करें। डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए हमेशा ऑफिशियल ऐप्स ही इस्तेमाल करें. इन्हें केवल गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर्स जैसे भरोसेमंद स्टोर्स से ही डाउनलोड करें।
कई बार लोग जल्दबाजी में बिना जांचे-परखे किसी QR कोड को स्कैन कर लेते हैं. ऐसे लोगों पर ठगों की नजर रहती है. जालसाज कई बार असली की जगह फर्जी QR कोड स्कैन करवा लेते हैं. एक बार यह स्कैन होते ही उनका काम शुरू हो जाता है. स्कैन करने वाले को लगता है कि उसने पेमेंट के लिए स्कैन किया है, लेकिन असल में वह मालवेयर वाली फाइल इंस्टॉल करने का कोड स्कैन कर रहा होता है। दुकान, शो रूम, पेट्रोल पंप, होटल आदि में QR code स्कैन करते ही मोबाइल स्क्रीन पर फर्म के मालिक का नाम कन्फर्म करें इसके बाद ही आगे बढ़े। इसी तरह किसी रिश्तेदार या मित्र को भुगतान करतें है तो भी सभी बातों को पहले कन्फर्म करें।
UPI से पेमेंट कर रहे हैं. पेट्रोल पंप से लेकर रेस्टोरेंट तक, लोग कैश न देकर डिजिटल ट्रांजेक्शन ही कर रहे हैं. डिजिटल पेमेंट करना बहुत आसान है और इसमें कैश रखने की भी जरूरत नहीं है. हालांकि, यह आसान काम कुछ जोखिम भरा भी है. दरअसल, QR कोड स्कैन करने के लिए दौरान फ्रॉड की आशंका रहती है. इसमें ठगी करने वाले लोग असली की जगह नकली QR कोड स्कैन करवा लेते हैं। भुगतान से पहले सभी बातों को जांच ले। इसके बाद ही आगे बढ़े।