Thar पोस्ट, न्यूज। यूक्रेन में परमाणु बम गिराने की पुतिन की योजना के बाद यूरोपीय देशों में खलबली मची है। वह चल रही भीषण जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लेकर पश्चिमी देशों के नेताओं को अब बड़ा डर सता रहा है। इन नेताओं ने आशंका जताई है कि पुतिन यूक्रेन की जंग में परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर यूरोपीय हितों के खिलाफ बड़ी चोट कर सकते हैं। ब्रिटेन और अमेरिकी जासूसों के मुताबिक इस बात की ‘विश्वसनीय खुफिया’ सूचना है कि पुतिन एक ऐसे हमले की तैयारी कर रहे हैं जो युद्ध का नक्शा बदल सकता है। उनका यह भी दावा है कि पुतिन को यूक्रेन पर हमले की गलती का अहसास हो गया है।डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिमी देशों के जासूसों ने यह चेतावनी ऐसे समय पर दी है जब अमेरिका ने अपने नागरिकों को रूस छोड़ देने के लिए कहा है। अमेरिका को डर है कि दोहरी नागरिकता वाले लोगों को यूक्रेन की जंग में झोंका जा सकता है। अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि रूस अमेरिकी नागरिकों की दोहरी नागरिकता को मानने से इंकार कर सकता है। उन्हें काउंसलर सहायता देने से भी मना कर सकता है। यही नहीं ऐसे लोगों के रूस छोड़ने पर भी पाबंदी लगाई जा सकती है।
अमेरिकी दूतावास ने यह भी चेतावनी दी है कि इस समय फ्लाइट से रूस छोड़कर जाना बहुत कठिन हो गया है और रूसी सेना सीमा को बंद कर रही है। इस बीच यूक्रेन में रूस की ओर से कराए जनमत संग्रह में कथित रूप से जनता ने मास्को का समर्थन किया है। अब माना जा रहा है कि रूस यूक्रेन के 4 इलाकों को अपने क्षेत्र में मिला सकता है। ये इलाके हैं- डोनेट्स्क, लुहांस्क, जापोरिझझिया और खेरसोन। यह पूरा इलाका यूक्रेन का 15 प्रतिशत है। इस बीच यूक्रेन की सेना ने लयमन इलाके में रूसी सेना को घेरना शुरू कर दिया है।
यूक्रेन की कोशिश है कि वह जल्द से जल्द अपने इलाकों को रूस के कब्जे से फिर से मुक्त करा ले। यूक्रेन की सेना लयमन इलाके में तेजी से बढ़ रही है और चारों ओर से रूसी सेना को घेर रही है। पश्चिमी देशों को भय है कि इसी जवाबी कार्रवाई को देखते हुए रूस परमाणु हमले की तैयारी कर रहा है ताकि यहां एक रेडिएशन जोन को वहां बनाया जा सके ताकि यूक्रेनी सेना की बढ़त रुक जाए। उन्हें यह भी डर है कि रूस समुद्र के अंदर बिछी हुई इंटरनेट केबल को काट सकता है। इससे पहले रूस ने अपने 3 लाख रिजर्व सैनिकों को भी यूक्रेन की जंग में उतार दिया था।