Tp न्यूज़। बीकानेर। कोरोना संक्रमण के जोखिम के मद्देनजर जिलेभर में सोशल डिस्टेंसिंग के कड़े नियमों की पालना करते हुए एमसीएचएन सत्र आयोजित किए गए। सावधानीपूर्वक बच्चों को टीबी, टिटनेस, खसरा, रूबेला, पोलियो, निमोनिया आदि 12 जानलेवा बीमारियों से बचाने वाले टीके लगाए गए जबकि गर्भवतियों की एएनसी जांचें भी हुई। एक साथ 15 लाभार्थी से अधिक ना बुलाने के नियम का भी कड़ाई से पालन किया गया। यही नहीं राज्य सरकार के निर्देशों की पालना में शिविरों का जिला व खण्ड स्तरीय अधिकारीयों द्वारा सघन निरीक्षण कर ओडीके कलेक्ट एप में हाथों-हाथ सूचना दर्ज की गई। सीएमएचओ डॉ बी.एल. मीणा ने बताया कि कोरोना काल के चलते स्वास्थ्य विभाग को मातृ-शिशु स्वास्थ्य जैसे मूल कार्यों को स्थगित करना पड़ा था लेकिन अब सोशल डिस्टेंसिंग के साथ इसे फिर से प्राथमिकता से किया जा रहा है। गुरूवार के सभी सत्रों के लिए पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन व लोजिस्टिक्स की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। सभी लाभार्थियों को हैण्ड सेनेटाईज करवाकर इसकी महता बताई गई। आरसीएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य केन्द्रों व आंगनवाड़ी केन्द्रों सहित कुल 268 स्थानों पर एमसीएचएन सत्र आयोजित किए गए जिसमे एक वर्ष तक के 2,328 बच्चों, 1 से 2 वर्ष तक के 920 बच्चों, 5 वर्ष के 523 बच्चों, 10 वर्ष के 327 बच्चों व 16 वर्ष के 259 बच्चों सहित कुल 4,357 बच्चों को विभिन्न वैक्सीन लगाईं गई। इसी प्रकार 1,324 गर्भवती महिलाओं की एएनसी के साथ टीडी वैक्सीन की डोज दी गई। सीएमएचओ डॉ बी.एल. मीणा ने नोखा में, आरसीएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता, डीपीएम सुशील कुमार व डॉ आशुतोष उपाध्याय के दल ने पालना, देशनोक, रासीसर बड़ा व भामटसर में व डीएसी रेणु बिस्सा ने श्रीडूंगरगढ़ में आयोजित एमसीएचएन सत्रों का निरीक्षण किया व कोल्ड चेन की भी जांच की।