Tp न्यूज़। भारत तिब्बत सहयोग मंच की बीकानेर ईकाई द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर चीन द्वारा तिब्बत में किये जा रहे मानवाधिकार हनन को उठाते हुए राष्ट्रपति के नाम से एक ज्ञापन जिला कलेक्टर बीकानेर को दिया। ईकाई के महानगर अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह भाटी की ओर से इस ज्ञापन में कहा गया कि ‘‘आज विश्व मानवाधिकार दिवस है। यह सर्वविदित है कि मानवाधिकारों का हनन चीन द्वारा सर्वाधिक किया जाता है। जो आज का ज्वलन्त विषय है। चीन द्वारा अवैध रूप से जबरन कब्जा करके धर्म के अधिकार को कूठाराघात किया है मनमाने रूप से लोगों को गिरफ्तार करके अमानवीय व्यवहार किया है। चीन द्वारा 14वें दलाईलामा को निष्काषित करके ऐसा कूकृत्य किया है जिसकी विश्व भर में भ्रत्सना हो रही है। मीडिया को भी चीन द्वारा कठोरता से नियन्त्रीत किया जा रहा है। 1992 की एमनेस्टी इन्टरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार चीन द्वारा तिब्बत के प्रति जो व्यवहार किया जा रहा है वह अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप नही है। पिछले कुछ समय से तिब्बत की संस्कृति को समाप्त करने के उद्देश्य से जंहा एक तरफ तिब्बत के मूल निवासीयों की जनसंख्या को नियन्त्रित कर रहा है वंही दुसरी ओर चीन के नागरीकों को तिब्बत में लाकर बसा रहा है। इसके अतिरिक्त तिब्बत के मूल नागरीकों पर ना ना प्रकार के अत्याचारों की सूचनाएं आना आम है। भारत तिब्बत सहयोग मंच तिब्बत की प्रभुसत्ता, अखंडता एंव आत्मसम्मान की रक्षा के लिए चीन की सरकार एवं सेना के इस कायरतापूर्णएंव हिंसक कृत्य की हम कठोर निंदा करते हैं और मांग करते है कि चीन के प्रति कठोर कदम उठाकर तिब्बत के नागरीकों के मानवाधिकारों की रक्षा की जाये।
इस अवसर बीकानेर ईकाई की महिला अध्यक्ष सुधा आचार्य ने कहा कि अतिरिक्त जिला कलेक्टर नगर, बीकानेर से मिल कर ज्ञापन दिया और कहा कि भारत तिब्बत सहयोग मंच चीन के कूकृत्य की भ्रत्र्सना करता है और संयुक्त राष्ट संघ से इनके लिए हस्तक्षेप की मांग करता है।