


Thar पोस्ट। आजादी के बाद पहली बार देश मे नए कानून लागू किये जा रहे है। भारत सरकार द्वारा आजादी के पूर्व बने आपराधिक कानूनों की जगह बनाए गए नए कानून को सोमवार (एक जुलाई) को देश भर में लागू किया जा रहा है। नए कानून की जानकारी देने के लिए देश के थानों में कार्यक्रम किए जा रहा है। जिसमें आमजन को इस कानून की जानकारी दी जाएगी।


प्राचीन तरीके से सूचना
पुलिस ने बेहट सर्कल में मुनादी भी बड़े रोचक व अनोखे ढंग से कराई गई, जिसमे ग्राम चौकीदार साइकिल में सवार होकर ढोल के साथ गांव-गांव पहुंचकर इसकी जानकारी दे रहे हैं। इस आयोजन में अधिक से अधिक लोग शामिल हों, इसके लिए पुलिस ग्रामीणों के बीच मिठाई का वितरण कर रही है।
यह है नया कानून
भारत की सांसद द्वारा आईपीसी के स्थान पर बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता), सीआरपीसी के स्थान पर बीएनएसएस (भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता) व एविडेंस एक्ट की जगह बीएसए (भारतीय साक्ष्य अधिनियम) पारित किया गया है। जिसमें नागरिकों को समय पर संवेदनशीलता के साथ सम्मान बनाये रखते हुए न्याय दिलाने की ओर ध्यान दिया गया है। पुलिस को अपराधियों पर लगाम कसने के लिए ढेर सारी शक्तियां दी हैं, वहीं फरियादी व पीड़ित पक्ष व गवाही देने वाले महिला, बच्चों व बुजुर्गों की सुनवाई के लिए पुलिस को उनके निवास स्थान पर जाने के लिए बाध्य किया है। ई-एफआईआर जैसे प्रावधान लाए गए हैं जो कि स्वागत योग्य हैं।

