Thar पोस्ट, बीकानेर। कोरोना काल में ह्रदय रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। देश में इस रोग से मरने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। इसके साथ ही देश में ह्रदय रोग से जुड़े ऑपरेशन करवाने वालों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। इस बात को चिकित्सक भी स्वीकारते है कि कोरोना काल में रोगियों के फेफड़ों के साथ हृदय और अन्य अंगों पर भी गहरा असर हुआ और कोरोना की दूसरी लहर में ठीक हुए लोगों में अभी भी देखा जा रहा है। बता दें की अभिनेता सिद्धार्थ सहित अन्य अभिनेताओं की मौत का कारण ह्रदय रोग बना। इसके अलावा समाज में अनेक लोग है जो ह्रदय रोग से पीड़ित है। क्या कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज़ लगवा चुके लोगों में ह्रदय रोग हो रहा है? या यह केवल भ्रान्ति है? इस सवाल के जवाब में हाल ही में बीकानेर में एक प्रेस वार्ता के दौरान सीएमएचो डॉ ओ पी चाहर सहित अन्य चिकित्सकों ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के कोई दुष्परिणाम नहीं है करोडो लोगों को वैक्सीन लगी है। बीकानेर में एक लाख का रिकॉर्ड बना। यह सही है कि ह्रदय रोगियों की संख्या भी तेज़ी से बढ़ी है। क्योंकि पहली और दूसरी लहर में कोरोना का असर सभी अंगों खासकर फेफड़ों, ह्रदय आदि पर हुआ। कोरोना से ठीक हो चुके लोगों में भी कई बीमारियां सामने आ रही है। इसमें ह्रदय रोग भी शामिल है। वैक्सीन के दुष्परिणाम नहीं है।
बीकानेर में आज cmho द्वारा जारी कोरोना रिपोर्ट में 0 पॉजिटिव है।