Thar पोस्ट न्यूज। कुछ ही पलों में 27 लोगों की जान चली गई। इस खबर ने देशभर में चल रहे गेम जोन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। गुजरात के राजकोट में टीआरपी गेम जोन में भीषण आग लगने से चार बच्चों समेत 27 लोगों की मौत के मामले में विशेष जांच दल (SIT) के सदस्यों ने रविवार तड़के यहां स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक की। अधिकारियों ने बताया कि शव बुरी तरह से जले हुए हैं और उनकी शिनाख्त में मुश्किलें आ रही हैं, इसके लिए शवों और मारे गए लोगों के परिजन के डीएनए के नमूने एकत्र किए गए हैं।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार सुबह नाना-मावा रोड पर घटनास्थल और एक अस्पताल का दौरा किया, जहां घायल व्यक्तियों को भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि ‘गेम जोन’ के मालिक और प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, शनिवार शाम ‘गेम जोन’ में भीषण आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 12 साल से कम उम्र के चार बच्चे भी शामिल हैं। घटना की जांच के लिए राज्य सरकार की ओर से गठित पांच सदस्यीय एसआईटी शनिवार देर रात राजकोट पहुंची और स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक की। एसआईटी को 72 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपनी है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर शोक जताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से शनिवार को बात की और बचाव व राहत प्रयासों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजन को चार-चार लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। राजकोट के पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने कहा कि आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी और शहर के सभी ‘गेमिंग जोन’ को परिचालन बंद करने का संदेश जारी किया गया है। पुलिस महानिदेशक ने अग्निकांड के मद्देनजर राज्य के पुलिस आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को गुजरात के सभी ‘गेम जोन’ का निरीक्षण करने और अग्नि सुरक्षा मंजूरी के बिना संचालित हो रहे ‘गेम जोन’ को बंद करने के निर्देश जारी किए हैं।