Thar पोस्ट। बीकानेर में एक कलाकार ने छोटा सा रोल किया था। बाद में आगे चलकर वह बालक हिंदी सिनेमा का सुपरस्टार बन गया तथा डांसिंग हीरो के रूप में विख्यात हुआ। दरअसल, बीकानेर के उदयरामसर के रेतीले धोरे में व्ही शांताराम की कालजयी फ़िल्म ‘सेहरा‘ की शूटिंग हुई थी। इसमें नायिका संध्या थी। एक दृश्य में नायिका को कूदकर ऊँट पर चढ़ना था। लेकिन यह उससे हो नहीं पा रहा था। तब शांताराम की नज़र दुबले पतले जितेंद्र यानि रवि कपूर पर पड़ी। बस क्या था एक इशारे पर जितेंद्र का हीरोइन की तरह मेकअप हुआ। महिला की ड्रेस पहनाई गई। जितेंद्र बन गए हीरोइन संध्या। जितेंद्र तपाक से ऊँट पर चढ़ गए। शूटिंग हुई और शांताराम ने चालाकी से यह दृश्य फिल्मा लिया। हाल ही में जितेंद्र ने एक निजी टीवी पर सुपर स्टार सलमान खान से बातचीत में बताया कि बीकानेर के धोरों से शुरुआत हुई। उस समय काम की तलाश में था और किसी तरह फिल्मों में काम करने को आतुर था। तब फिल्मों के लिए ज्वेलरी सप्लाई भी करते थे। जितेंद्र ने बताया कि बीकानेर में पहली बार कैमरे के सामने आने का मौका कुछ इस तरह मिला कि आज भी जब उस दृश्य को याद करते है तो हंसी छूट जाती है। इसके बाद जितेंद्र ने गीत गाया पत्थरों ने, जीने की राह, प्यासा सावन, जुदाई, हिम्मतवाला, मवाली, तोहफा, स्वर्ग से सुंदर सहित अनेकों फिल्में की। उस जमाने की लगभग सभी टॉप हीरोइन जिनमे हेमा मालिनी, रेखा, श्रीदेवी, जयप्रदा, माला सिन्हा आदि शामिल थी, उनके साथ काम किया। हालांकि बीकानेर में शूट हुई सेहरा फ़िल्म के बाद व्ही शांताराम ने बीकानेर के ही कलाकार शंकर को अपने साथ लिया। शंकर ने कई फिल्मों में संध्या के डुप्लीकेट की भूमिका निभाई।