


Thar पोस्ट न्यूज। राजस्थान एक लोक संस्कृति, परंपराओं व तीज त्योहारों का प्रदेश है लेकिन हाल ही में एक वीडियो से यहां की लोक संस्कृति पर दाग लगा है। जैसलमेर में जनवरी के महीने में दिल्ली से एक युवक और युवती अपनी कार से घूमने आएं थे। हैरान करने वाली बात यह है कि दोनों पेशे से सॉफ्टेवेयर इंजीनियर हैं। जैसलमेर शहर घूमने के बाद वह तनोट की तरफ जा रहे थे। रामगढ़ से तनोट रोड जाते समय कार के आगे सीट पर बैठी युवती नग्न अवस्था में थी। तभी दोनों को बीच रास्ते में बकरी चराने वाला एक 70 वर्षीय बुजुर्ग दिखाई देता है। दोनों बुजुर्ग के पास जाकर रुकते हैं। सबसे पहले दोनों बुजुर्ग से रास्ता पूछते हैं, उसके बाद कार में बैठा युवक उस बुजुर्ग को उकसाता है और कहता है कि इस लड़की को टच करके देखो।


नग्न अवस्था में लड़की को देख कर बुजुर्ग कहता है कि ‘शर्म करो’ ऐसे क्यों घूम रहे हो, मगर ड्राइवर सीट पर बैठा युवक उस बुजुर्ग को बार-बार उकसा रहा था और कह रहा था कि मेरी दोस्त है कुछ नहीं होगा। बार-बार उकसाने के बाद बुजुर्ग उस लड़की को छूने लगा। इसके बाद लड़की बुजुर्ग के साथ अश्लील हरकत करने लग जाती है। इस पूरी घटना को ड्राइवर सीट पर बैठा युवक अपने कैमरे में कैद करने लगता है और उसे एक साइट पर अपलोड कर देता है।


आजकल सोशल मीडिया की दुनिया में किसी भी फुटेज का वायरल होना महज मिनटों का खेल होता है। इस वीडियो के साथ भी यही हुआ। यह वीडियो जैसे ही इंटरनेट पर फैला, वैसे ही आम लोगों से लेकर प्रशासन तक हर कोई इसे देखकर दंग रह गया। वीडियो में जहां युवती का चेहरा ब्लर किया गया था, वहीं बुजुर्ग की पहचान स्पष्ट रूप से दिख रही थी। फिर क्या था जैसलमेर जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने वीडियो की गंभीरता को देखते हुए तत्काल एक विशेष जांच टीम गठित की। वीडियो की लोकेशन का विश्लेषण करने के लिए तकनीकी संसाधनों का सहारा लिया गया। जगह की पहचान तनोट क्षेत्र के रूप में की गई और सम थाना पुलिस को इस मामले की जांच सौंपी गई।
वीडियो वायरल हो चुका हो, वहां सबसे बड़ी चुनौती होती है वीडियो को बनाने वाले लोगों की पहचान और उनकी लोकेशन तक पहुंचना। खैर, जैसलमेर पुलिस की साइबर टीम ने वीडियो के मेटाडेटा, सोशल मीडिया पोस्टिंग पैटर्न, आईपी एड्रेस, मोबाइल लोकेशन और डिजिटल फिंगरप्रिंट जैसे कई तकनीकी पहलुओं की गहराई से जांच की। इन तमाम प्रयासों के बाद यह पुष्टि हुई कि वीडियो में दिखने वाले युवक और युवती दिल्ली के निवासी हैं दोनों पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। जिसके बाद जैसलमेर पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से दोनों को राजधानी से हिरासत में लिया और जैसलमेर लाकर पूछताछ की गई।
इन देशों की यात्रा की थी
आरोपियों ने कई देशों की यात्रा की थी। इनमें सिंगापुर और थाईलैंड जैसे पर्यटन स्थलों के नाम शामिल हैं। वहां भी उसने इसी तरह के आपत्तिजनक वीडियो बनाए थे। लेकिन सवाल यही है कि एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर महिला ने इस तरह का काम किया क्यों? विशेषज्ञों की मानें तो किसी सामान्य परिस्थिति को एक असामान्य वीडियो में बदल देना और फिर उसे इंटरनेट पर साझा कर देना। ऐसे वीडियो से उसे एक विशेष वेबसाइट के जरिए आर्थिक लाभ होता था। वेबसाइट पर मिलने वाले व्यूज, सब्सक्रिप्शन और विज्ञापन के जरिए उसे अच्छी खासी आमदनी होती थी। खैर यह कोई मनोरंजन के उद्देश्य से बनाई गई वीडियो नहीं थी, बल्कि एक सोच-समझ कर रची गई डिजिटल योजना थी, जिसमें इंसानी भावनाओं और गरिमा को दरकिनार कर केवल मुनाफे को प्राथमिकता दी गई।

