


Thar पोस्ट न्यूज। बीकानेर में स्थापना दिवस व आखा तीज पर दो दिन तक जमकर पतंबाज़ी होती है। इस दौरान चोरी छिपे चाइनीज मांझे की भी बिक्री होती है। पिछले कुछ वर्षों में बीकानेर के अनेक लोग व पक्षी इसकी चपेट में आ चुके है। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई कर चायनीज़ मांझे को जब्त भी करवाया जाता है। लेकिन इसके बाद भी यह जानलेवा मांझा खूब बिकता है। बीकानेर में आने वाले दिनों में पग पग पर खतरा रहेगा। खतरनाक डोर की चपेट में सर्वाधिक दुपहिया वाहन चालक आते है। गर्दन, आँख व सिर से अधिक जख्मी होते है। यह डोर शरीर के अंदर तक बैठ जाता है। हांलाकि कुछ जागरूक व्यापारियों ने इससे लोगो को बचाने के लिए जस्सूसर गेट अन्य स्थानों पर ऊंचे तार भी गत वर्ष लगाए थे।



ऐसे बनता है यह जानलेवा डोर, इतना है जुर्माना
यह चीनी मांझा, धातु, नायलॉन, प्लास्टिक, या किसी अन्य सिंथेटिक सामग्री से बना धारदार पतंग उड़ाने वाला धागा होता है। यह शीशे, धातु, या किसी अन्य धारदार सामग्री से लेपित भी होता है। पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 के तहत चीनी मांझे की बिक्री और इस्तेमाल प्रतिबंधित है. पांच साल तक की जेल और एक लाख रुपये तक का जुर्माना। पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 के तहत प्रतिबंधित है। धातु का इस्तेमाल होने से विधुत पोल से करंट का भी खतरा रहता है।
ये है बचाव के उपाय
वाहन चलाते समय यदि आपके सामने कोई पतंग डोर दिखे तो वाहन की गति धीमा कर लें। वाहन चलाते समय गर्दन को कपड़े से ढककर रखें। जानलेवा डोर की चपेट में आने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें तथा डोर के बारे मे पुलिस को अवगत करवाएं।




