Thar पोस्ट, नई दिल्ली। भारत में भी तीसरी लहर का खतरा मंडराने लगा है। नीति आयोग (स्वास्थ्य) के सदस्य वीके पॉल ने शुक्रवार को कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा हाल ही में जारी की गई कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर के बारे में चेतावनी वैश्विक स्थिति के लिए है। चेतावनी तीसरी लहर के संभावित प्रभाव की तरफ इशारा कर रही है। उन्होंने कहा, “डब्ल्यूएचओ के उत्तर और दक्षिण अमेरिकी क्षेत्रों को छोड़कर, अन्य सभी डब्ल्यूएचओ क्षेत्र अच्छे से बुरे और बुरे से बदतर की ओर बढ़ रहे हैं। दुनिया तीसरी लहर की ओर बढ़ रही है और यह एक सच्चाई है।”आगे उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हमें इसे गंभीरता से यानी खतरे के तौर पर लेने के लिए कहा है। डॉ पॉल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस वार्ता के दौरान कहा पीएम ने हमें तीसरी लहर को रोकने का लक्ष्य दिया है और यह संभव है। 15 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह में 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 47 जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने की दर 10 प्रतिशत से अधिक रही। सरकार ने कहा कि 14 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह में 73 जिलों में प्रतिदिन 100 से अधिक नये मामले सामने आए। सरकार ने कहा कि कोविड-19 के प्रतिदिन के मामलों में धीमी कमी देश के लिए यह चेतावनी है कि स्थिति नियंत्रण में है लेकिन यदि कोविड से जुड़े नियमों का अनुपालन नहीं किया गया तो स्थिति बिगड़ सकती है। डॉ वीके पॉल ने कहा, ‘‘हमारे वैक्सीन प्रभावकारी हैं और बहुत सुरक्षित हैं तथा पहले से किसी अन्य बीमारी से ग्रसित लोगों, गर्भवती महिलाओं तथा स्तनपान कराने वाली महिलाओं को अवश्य ही इसे लगवाना चाहिए। हालांकि, हम पूरी तरह से वैक्सीन के भरोसे नहीं रह सकते हैं। ’’सरकार ने कहा कि 15 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह में 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 47 जिलों में कोविड-19 पॉजिटिविटी दर 10 प्रतिशत से अधिक दर्ज की गई। इनमें मणिपुर, केरल, राजस्थान, मेघालय, मिजोरम, अरूणाचल प्रदेश, नगालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा, असम, महाराष्ट्र और पुडुचेरी शामिल हैं।