Thar पोस्ट, जयपुर । राजस्थान में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण का साया मंडराने लगा है। बता दें कि बीते 24 घंटे में राजस्थान में कोरोना के 17 नए मामले सामने आए हैं। जिसमें सबसे ज्यादा मरीज जयपुर में 8 सामने आए है। अजमेर में 4, अलवर, जैसलमेर, नागौर, पाली और उदयपुर में एक-एक संक्रमित मरीज मिला है। जिसके बाद प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 199 पर पहुंच गई है। राजस्थान में जयपुर कोरोना का नया हॉटस्पॉट जिला बन रहा है। जयपुर के साथ-साथ पिछले कुछ दिनों से अजमेर में भी केस बढऩे लगे हैं। अजमेर में आज एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 30 हो गई, जो जयपुर के बाद पूरे प्रदेश में दूसरे नंबर पर है। राजधानी जयपुर में एक्टिव केस की संख्या 104 पर पहुंच गई है। बीकानेर जैसे छोटे शहर में भी एक्टिव रोगी एक दर्जन से अधिक हो गए है। जोधपुर में भी ऐसे ही हालात है। इस बीच मुख्यमंत्री की रिव्यू बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सभी जिलों के सीएमएचओ और ब्लॉक सीएमएचओ को कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग तेज करने के निर्देश दिए है क्योंकि राज्य में कोरोना के केस अब तेजी से बढऩे लगे हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट की मानें तो कोरोना के नवंबर में जो केस बढ़े हैं, वो शहरी इलाकों के हैं। 26 नवंबर तक मिले केस में 85 प्रतिशत मरीज शहरों से हैं, जबकि 15 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में मिले हैं राजस्थान में लागू होगी कोरोना वैक्सीन की अनिवार्यता : राजस्थान में कोरोना के बढ़ते केसेज को लेकर सरकार चिंतित है। राजस्थान में जल्दी ही प्रत्येक व्यक्ति के लिए कोरोना वेक्सीन अनिवार्य रूप से लगवाने का प्रावधान किया जा सकता है। सीएम अशोक गहलोत ने हाल ही में बैठक में इस तरह के संकेत दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को इस पर काम करने को कहा है। गहलोत ने कहा कि टीका लगवाने में किसी व्यक्ति की मनमर्जी नहीं चलेगी। क्योंकि यह दूसरे लोगों की जिंदगी से भी जुड़ा सवाल है। जिस तरह राज्य सरकार मास्क को लेकर प्रावधान लेकर आई उसी तरह वैक्सीन को लेकर प्रावधान किया जाए। बैठक में सीएम गहलोत ने खास तौर से वैक्सीन की दूसरी डोज पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि इसे अभियान के तौर पर लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमेरिका जैसे देशों में भी वैक्सीन को लेकर सख्ती हो रही है और वैक्सीन नहीं लगवाने वाले लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को वैक्सीन को लेकर घर-घर दस्तक अभियान को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही कहा कि इसमें अगर सख्ती भी करनी पड़े तो की जाए। बैठक में अधिकारियों और चिकित्सा विशेषज्ञों ने स्थितियों और तैयारियों को लेकर प्रजेंटेशन दिया। खास तौर से कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर की सख्ती से पालना पर जोर दिया गया। विशेषज्ञों ने कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएंट को लेकर चिंता जाहिर की और यात्रा करने वालों की गहनता से मॉनिटरिंग पर जोर दिया।