Thar पोस्ट। देश में कोरोना ने प्रचंड रफ़्तार पकड़ ली है। आखिर क्यों रफ़्तार तेज़ हो गई। इस बारे में शीर्ष वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस के बदलते स्वरूप, चुनाव एवं अन्य सार्वजनिक कार्यक्रमों के चलते बड़ी आबादी का संक्रमण के खतरे की जद में आना और सावधानी बरतने में लापरवाही मामलों में तेज वृद्धि के लिए खासतौर पर जिम्मेदार है। इस बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि संक्रमण के 1,45,384 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमण की चपेट में आए लोगों की संख्या बढ़कर 1,32,05,926 तक पहुंच गई। यह रफ्तार और तेज़ हो रही है।
इस बारे में जानकार लोगों का कहना है कि यह की दूसरी लहर है जोकि पहली लहर के मुकाबले अधिक तेजी से बढ़ रही है। वैज्ञानिक शाहिद जमील और टी जैकब जॉन का मानना है कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं करना और सुस्त टीकाकरण अभियान तेजी से बढ़ते मामलों के लिए प्रमुख रूप से जिम्मेदार है। लोगों को यह बताया जाना भी बेहद जरूरी है कि टीकाकरण के बावजूद उन्हें कोविड-19 बचाव संबंधी नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए। इसे फैलने से रोकने के लिए लोगों को सचेत रहना होगा।