Thar पोस्ट। दुनिया के कई देशों की हालत पस्त हो चुकी है। वही एक बार फिर ब्रिटेन में कोरोना वायरस के मामले फिर बढ़ने लगे हैं। यहाँ चार माह से शांति थी। केवल पिछले सात दिनों में यहां 12% केस बढ़े हैं। जानकारी में रहे की एक हफ्ते पहले ही ब्रिटेन पूरी तरह अनलॉक हुआ है। यार्कशायर में मिले ‘ट्रिपल म्यूटेशन’ वाले वैरिएंट ने ब्रिटेन की चिंता बढ़ा दी है। चिकित्सकों का कहना है कि नया वैरिएंट पहले से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर रहा है। ब्रिटिश स्वास्थ्य सचिव मैट हैनकॉक ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि ट्रिपल म्यूटेंट वैरिएंट की खोज सबसे पहले यॉर्कशायर में हुई। नए स्ट्रेन का नाम वीयूआई-21एमएआई-01 है। लेकिन अब इस वैरिएंट के मामले पूरे देश में सामने आने लगे हैं। यॉर्कशायर और हंबर में अब तक नए स्ट्रेन के 49 मामलों की पुष्टि की गई है। अब जर्मनी ने ब्रिटिश यात्रियों पर अस्थाई प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं, रविवार को फ्रांस ने भी ब्रिटिश यात्रियों पर बैन लगाने के संकेत दे दिए हैं। ब्रिटेन में 16 से 22 मई के बीच 17,410 नए मामले सामने आए। जो पिछले 7 दिनों की तुलना में 12% तक ज्यादा हैं।जर्मनी ने अपने नागरिकों को छोड़कर ब्रिटेन से आने वाले सभी ब्रिटिश यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया, जो रविवार से लागू हो गया। एयरलाइंस, रेल और बस कंपनियां केवल जर्मन नागरिकों को ही वापस ला सकेंगी। वापस लौटने पर जर्मन नागरिकों को दो सप्ताह क्वारेंटाइन रहना होगा। वहीं, ब्रिटेन के नए वैरिएंट के कारण जर्मनी में बार, पब और रेस्तरां बंद कर दिए गए। जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्री जेन्स स्पैन ने कहा- यह कदम ब्रिटेन के लिए कठिन है, लेकिन ऐसा करना जरूरी था।’
यूरोप में जो देश अनलॉक हुए हैं, सिर्फ वहीं केस बढ़े हैं। फ्रांस तीन दिन पहले ही अनलॉक हुआ और वहां भी केस बढ़ने लगे है। फ्रांस में पिछले तीन दिन में दो फीसदी केस बढ़े हैं। जबकि जिन देशों में अब भी आंशिक प्रतिबंध जारी है, वहां नए मामलों और मौतों में केस घटे हैं। प्रमुख देश इटली भी खुल रहा है। सात दिनों में वहां 31% मामले कम हुए हैं, जबकि 27% मौतें घटी हैं। इसके अलावा स्पेन में 22% केस और 54% मौतें कम हुई हैं। भारत में कोरोना के मामले कम हो रहे है। कई राज्यों में मई माह तक लॉक डाउन रहेगा।