Tp न्यूज़। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से बॉर्डर के जिलों में नुकसान हुआ है। पाक में उठे तूफानी अंधड़ ने रविवार देर रात सीमावर्ती जैसलमेर व बाड़मेर में जबरदस्त नुकसान पहुंचा है। 60 से 70 किलोमीटर की रफ्तार से जैसलमेर में प्रवेश करने वाले इस अंधड़ से हर तरफ धूल का साम्राज्य हो गया। तेज अंधड़ ने जैसलमेर में सबसे अधिक तबाही मचाई। कई कच्चे मकानों की छतें उड़ गई तो खेत में काट कर रखी हुई फसल उड़ गई। इसके अलावा बिजली के पोल व पेड़ धराशायी हो गए। जोधपुर भी इस अंधड़ से अछूता नहीं रहा और रात दो बजे यहां पहुंचे रेतीले बवंडर से आसमान में धूल छा गई। आज सुबह हुई हल्की बूंदाबांदी से कुछ धूल अवश्य नीचे उतरी।मौसम विभाग की माने तो एक प्रेरित साइक्लोनिक सर्कुलेशन मध्य पाकिस्तान और पश्चिमी राजस्थान पर बना हुआ है। इसके प्रभाव से मौसम में बदलाव देखने को मिला। कल देर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे पाकिस्तान से उठे रेतीले बवंडर ने जैसलमेर में प्रवेश किया। 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यह तूफान तेजी के साथ आगे बढ़ा। तनोट व रामगढ़ होते हुए यह जैसलमेर पहुंचा। हवा की रफ्तार अधिक होने के कारण पूरे क्षेत्र में तबाही मचाते हुए यह आगे बढ़ा। रेत के इस तूफान के सामने कई पेड़ व बिजली के पोल स्वयं को बचा नहीं पाए। सीमावर्ती क्षेत्र में बड़ी संख्या में बिजली के पोल नीचे गिरने से विद्युत आपूर्ति बुरी तरह से प्रभावित हुई है। यह तूफान जोधपुर व बाड़मेर पहुंचा। हालांकि आगे बढ़ने के साथ इसकी रफ्तार कमजोर पड़ गई। इस कारण इन दोनों स्थान पर नुकसान कम ही हुआ। बीकानेर में भी तेज़ अंधड़ से मौसम पलट गया।
जोधपुर में रात करीब दो बजे पहुंचे अंधड़ के कारण आसमान में धूल छा गई। आज सुबह लोग जब नींद से उठे तो उन्हें अपने मकानों में हर तरफ धूल ही धूल नजर आ रही थी। आसमान से बरस रही धूल के बीच सुबह करीब आठ बजे यकायक हल्की बारिश शुरू हो गई।