Tp न्यूज़, बीकानेर। लाखों रूपए की फसल चोरी होने के मामले की निस्पक्ष जांच की मांग की गई है। इस बारे में प्रबंध संचालक, राजस्थान कोऑपरेटिव डेयरी फ़ेडरेशन लिमिटेड
जयपुर को ज्ञापन भेजा गया है।
लालाराम ज्याणी, प्रेम स्वर्णकार आदि ने ज्ञापन में आरोप लगाया कि रोजड़ी फॉर्म में कटी हुई फसल की चोरी में तत्कालीन मैनेजर की संलिप्तता रही। निलंबित कर निष्पक्ष जांच करवाएं।
रोजड़ी फार्म से दिनांक 20- 1- 2021 को लाखों रुपए की कटी कटाई फसल की चोरी हुई थी , जिस संदर्भ में वहां के मैनेजर श्रीसोहन बरडवा को इस हेतु संबंधित थाने में तत्काल चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवानी चाहिए थी परंतु उनके द्वारा दो दिन बाद भी थाने में चोरी की रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई,
पश्चात आरसीडीएफ के निर्देशानुसार अन्य के द्वारा दिनांक 22-1-2021 को इस बाबत रिपोर्ट दर्ज करवाई गई व उसी दिन ही चोरी का माल अपराधियों से बरामद कर लिया गया व बरामद फसल संबंधित थाने में जमा हुआ पड़ी है
लाखों रुपए की कटी कटाई फसल की चोरी होना और संबंधित जिम्मेदार अधिकारी द्वारा इसकी रिपोर्ट ना करवाना साबित करता है कि इस पूरे प्रकरण में उनकी भी संदिग्ध भूमिका रही है , इसके उपरांत भी संबंधित रोजड़ी फार्म के मैनेजर के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्यवाही आरसीडीएफ द्वारा भी ना करना भी इस प्रकरण में प्रश्न चिन्ह खड़ा करती है। उक्त प्रकरण में संबंधित रोजड़ी फार्म के मैनेजर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए और इस प्रकरण की जांच गहनता से करवाई जाकर संबंधित के खिलाफ नियमानुसार दंडात्मक कार्यवाही की जाए।
कोरोना प्रोटोकॉल के साथ हुई 2,632 गर्भवतियों की एएनसी जांचें
प्राइवेट गायनेकोलोजिस्ट डॉ नीता कपूर व डॉ जुगल किशोर छाबड़ा ने दी निःशुल्क स्वैच्छिक सेवाएं। चिकित्सा विभाग द्वारा फिजिकल डिस्टेसिंग के साथ पीएमएसएमए विशेष एएनसी शिविर आयोजित किए गए। गर्भवतियों को खून की जांच, हीमोग्लोबिन, रक्तचाप, शुगर, पेशाब की जांच, सोनोग्राफी, वजन की जांच, ऊंचाई, पेट की जांच इत्यादि जांचों सहित आवश्यक औषधियांे की निशुल्क सेवाएं उपलब्ध करायी गई। अभियान के कारण कोविड टीकाकरण को एक दिन का विश्राम दिया गया था। सीएमएचओ डॉ. सकुमार कश्यप ने बताया कि समस्त सीएचसी, पीएचसी, यूपीएचसी, शहरी डिस्पेंसरी और जिला अस्पताल सहित जिले भर के 90 अस्पतालों में चिकित्सकों द्वारा कुल 2,632 गर्भवतियों की गुणवत्तापूर्ण एएनसी जांचें की गई। जिला अस्पताल में डॉ. विजयलक्ष्मी व्यास के नेतृत्व में 51 गर्भवतियों की एएनसी की गई, 15 की एचआईवी जांच हुई। शहरी यूपीएचसी में 391, खण्ड बीकानेर में 337, श्रीडूंगरगढ़ में 300, नोखा में 565, कोलायत में 433, लूणकरणसर में 360 व खाजूवाला में 195 गर्भवतियों की जांचे हुई। आरसीएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि लम्बे अंतराल पश्चात पीएमएसएमए में फिर से निजी स्त्री रोग विशेषज्ञों द्वारा स्वैच्छिक सेवाएं दी गई। डॉ नीता कपूर द्वारा यूपीएचसी न. 7 पर व डॉ जुगल किशोर छाबड़ा द्वारा यूपीएचसी न. 6 पर गर्भवतियों की निशुल्क जांचे की गई। शिविर के दौरान मातृ व शिशु मृत्युदर में कमी लाने विशेषकर एनीमिया की जांच कर एनेमिक महिलाओं को आवश्यकतानुसार आयरन की गोलियां, आयरन सुक्रोज इंजेक्शन डोज व ब्लड ट्रांसफ्यूजन किया गया।