


Thar पोस्ट न्यूज बीकानेर। ‘शुद्व आहार मिलावट पर वार’ के तहत खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण निदेशालय के तहत 2 से 6 जून तक विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर पांच दिवसीय विशेष साप्ताहिक नमूनीकरण एवं निरीक्षण अभियान चलाया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पुखराज साध ने बताया कि अभियान की गतिविधियों में श्री अन्नपूर्णा रसोईयों, राजकीय तथा निजी अस्पतालों में सचालित कैन्टीन, स्ट्रीट फूड वेंडर्स, क्षेत्रीय मॉल्स में खाद्य पदार्थां, ट्रांसर्पोट टर्मिनल जैसे हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन व बस स्टैण्ड के आस पास खाद्य पदार्थां का निरीक्षण एवं नमूनीकरण किया जा रहा है।
इस श्रृंखला में 7 जून को विश्व खाद्य लाईसेंस/रजिस्ट्रेशन शिविर आयोजित किया जाएगा।



डॉ. साध ने बताया कि इस दौरान 59 निरीक्षण किए गए तथा 72 नमूने लिए गए। नमूनों को जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला भिजवाया गया है। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर शनिवार को लाईसेंस/रजिस्ट्रेशन शिविर का आयोजन फल एवं सब्जी मंडी, पूगल रोड में किया जाएगा। इसमें जिन खाद्य कारोबार कर्ताओं ने खाद्य अनुज्ञा पत्र नहीं बनाया हुआ है, वे आवेदन कर खाद्य अनुज्ञा पत्र बनवा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि बिना खाद्य अनुज्ञा पत्र के खाद्य कारोबार करना एफएसएस एक्ट का अल्लंघन है। जिसमें जुर्माने से दंडित करने का प्रावधान है। उन्होंने सा ही खाद्य कारोबारियों से अपील की है कि वे खाद्य पदार्थ बनाने में पूर्ण साफ सफाई एवं व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें। कृत्रिम खाद्य रंगों का खाद्य पदार्थ बनाने में उपयोग नहीं करें। विभाग द्वारा इसके लिये समय-समय पर खाद्य कारोबारियों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। डॉ. साध ने बताया कि अपौष्टिक भोजन की अवधारणा में जंक फूड के स्थान पर श्रीअन्न को सम्मिलित करें एवं मोटे अनाज को अपने भोजन में बढावा दें। निम्न गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थां का सेवन करने एवं वर्तमान में अत्यधिक गर्मी की वजह से फूड पॉईजनिंग होने की संभावना के मध्यनजर स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड सकता है, इसलिये जागरूक रहना जरूरी है। बाजार से खाद्य उत्पाद खरीदते समय उनकी गुणवत्ता, पैकेजिंग और एक्सपायरी डेट की जांच अवश्य करनी चाहिए।