


Thar पोस्ट न्यूज नई दिल्ली। साहित्य अकादेमी द्वारा आज संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आहूत ‘एक देश एक धड़कन’ अभियान के अंतर्गत एक ‘काव्य संध्या’ का आयोजन किया गया, जिसमें पाँच प्रतिष्ठित कवियों ने देशभक्ति से ओतप्रोत अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।


काव्य संध्या की अध्यक्षता वरिष्ठ गीतकार बी. एल. गौड़ ने की। आमंत्रित कवि थे – लक्ष्मी शंकर वाजपेयी, सरिता शर्मा, इंद्रजीत सुकुमार एवं तहसीन मुनव्वर। कार्यक्रम के आरंभ में साहित्य अकादेमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने सभी का स्वागत पारंपरिक उत्तरीय प्रदान कर किया। सर्वप्रथम तहसीन मुनव्वर ने अपनी कविताओं की इन पंक्तियों से शुरुआत की –
“जो हमको सताएगा, वो नाशाद रहेगा
दुश्मन हमारे मुल्क का बर्बाद रहेगा।”
“गुलों के वास्ते, चमन के लिए
हर घड़ी सोचिए, वतन के लिए।”
इसके बाद इंद्रजीत सुकुमार ने सस्वर गीत प्रस्तुत किया -कल कतरा कतरा दिन गुजरा
कल लम्हा लम्हा रात हुई।
बाहर से आँखें भर आईं लेकिन भीतर बरसात हुई।” तत्पश्चात् सरिता शर्मा ने कई छोटी काव्य पंक्तियों में देशभक्ति के चित्र प्रस्तुत करने के बाद एक नवविवाहिता के पति के शहीद होने पर उसकी क्या भावनाएँ हो सकती हैं, उनको बहुत मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया। लक्ष्मी शंकर बाजपेयी ने अपने दो मुक्तक के बाद एक गीत प्रस्तुत किया, जिसके बोल थे
“ऐ वतन के शहीदों नमन
सर झुकाता है तुमको वतन …”
उनके एक अन्य गीत के बोल थे –
“सिर्फ़ मुहब्बत ही मजहब हो हर इंसान का…
अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बी. एल. गौड़ ने सभी को उनकी अच्छी प्रस्तुति के लिए धन्यवाद देते हुए अपनी एक कविता प्रस्तुत की, जो देश के वीर जवानों को नई कहानी लिखने की प्रेरणा देने को लेकर थी।
कार्यक्रम का संचालन उपसचिव देवेंद्र कुमार देवेश ने किया।
आज साहित्य अकादेमी ने अपने परिसर में तिरंगा यात्रा का भी आयोजन किया , जिसमें विभिन्न भाषाओं के साहित्यकारों, साहित्य-प्रेमियों एवं साहित्य अकादेमी के सचिव के.श्रीनिवासराव सहित अन्य कर्मचारियों ने भी भाग लिया। तिरंगा यात्रा में सभी हाथों में तिरंगा लेकर, भारत माता की जय एवं विश्व विजयी तिरंगा प्यारा… झंडा ऊंचा रहे हमारा… के नारे लगा रहे थे।
कला ,वाणिज्य,विज्ञान और कंप्यूटर में रोजगार की अपार संभावनाएं : किराडू
बीकानेर। आज विश्व विद्यालय रोजगार सूचना एवं मार्ग दर्शन केंद्र डागा चौक स्थित अलेक्जर करियर इंस्टीट्यूट बीकानेर में करियर प्रदर्शनी और वार्ता का आयोजन किया गया , जिसमें कला वाणिज्य विज्ञान विषय में रोजगार की अपार संभावना के लिए नगेंद्र नारायण किराडू ने बताया कि आप किसी भी विषय में महारत हासिल करके रोजगार एवं स्व रोजगार प्राप्त कर सकते हैं ।उन्होंने बताया कि आप किसी भी विषय की पढ़कर समझकर रोजगार ,स्व रोजगार प्राप्त कर सकते हैं और सरकारी नौकरियों की भी अपार संभावनाएं है। वार्ता के इस दौर में यू.इ.बी.के प्रतिनिधि नगेन्द्र किराड़ू ने बताया कि समर्पण भाव, अनुशासन और जूझने की क्षमता अगर किसी में है तो वह किसी भी परीक्षा में सफल हो सकता है, उन्होंने बताया कि हमें सकारात्मक सोच के साथ कार्य करना पड़ेगा तो सफलता आपके अवश्य कदम चूमेगी।
पेन के बिना गेन नहीं होता इस अवसर पर शैलेश तिवारी ने बताया कि कैरियर वार्ताओं से हमें क्या करना चाहिये, कब करना चाहिये और कैसे करना चाहिये इसकी पूरी जानकारी हमें प्राप्त होती है। साथ ही छात्र/छात्राओं की अनेक समस्याओं का समाधान भी प्राप्त हो जाता है। उन्होंने बताया कि कैरियर वार्ताएं एवं कैरियर प्रदर्शनी विद्यालय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
संस्था के शिव शंकर बिस्सा ने कहा कि रोजगार एवं स्वरोजगार प्राप्त करने के लिए लगन एवं एकाग्रता की आवश्यकता होती है उन्होने अनेक ऐसे उदाहरण दिए कि जिनसे लोगों ने अपनी क्षमता के बल पर रोजगार और स्वरोजगार को प्राप्त किया । इस अवसर पर अलेक्जर करियर इंस्टीट्यूट के घनश्याम गहलोत सर ने यू ई बी द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी के बारे में बताते हुए कहा कि वर्तमान समय कम्प्यूटर व सोशल मीडिया का है। इसमें आप पारंगत होकर रोजगार एवं स्वरोजगार दोनों प्राप्त कर सकते हैं । इस अवसर पर संस्था के अक्षय जोशी , किशन पुरोहित , रेणु स्वामी , ओम जी पारीक , जयदेव आचार्य दिव्या व्यास ज्योति व्यास आदि प्रदर्शनी को उपयोगी बताया शैलेश जी ने रोजगार विभाग का आभार व्यक्त किया तथा कार्यक्रम का संचालन घनश्याम जी गहलोत ने किया इस अवसर पर शाला का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा ।


