


Thar पोस्ट। बीकानेर में अनेक महिलाओं के साथ झपटमार करने वाला बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गया। बीकानेर में चार दिन में चार वारदातें की, लेकिन पांचवी से पहले पकड़ा गया। कोटगेट पुलिस ने झपटमार को धर दबोचा।

शहर के जयनारायण व्यास कॉलोनी और कोतवाली थाना क्षेत्र में लगातार चार दिन तक महिलाओं के साथ बैग स्नैचिंग की घटनाओं से सनसनी फैल गई थी। लेकिन पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए आखिरकार इस शातिर झपटमार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान उस्तां बारी निवासी 20 वर्षीय मोहित पुरी पुत्र अशोक पुरी के रूप में हुई है।
कोटगेट थानाधिकारी विश्वजीत सिंह व हैड कांस्टेबल हेतराम विश्नोई की टीम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की और तकनीकी सहायता के साथ सीसीटीवी फुटेज खंगालते हुए आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी ने पहली घटना पवनपुरी क्षेत्र में पीबीएम अस्पताल के मनोरोग विभाग की डॉ खुशाली के साथ की वहीं दूसरी घटना गुडविल आई हॉस्पिटल के सामने, तीसरी घटना जयपुर रोड पर और चौथी घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के जेल रोड टंकी के पास नीलम सोनी के साथ हुई। नीलम त्यागी वाटिका स्थित अपने पीहर से भाई के साथ लौट रही थीं कि आरोपी ने झपट्टा मारा और बैग लेकर फरार हो गया। बैग छीने जाने के दौरान महिला बाइक से नीचे गिर गई और मामूली चोट भी आई।
पुलिस व स्थानीय नागरिकों की नाक में दम करने और जेल रोड की वारदात के बाद मौके पर पहुंचे सीओ सिटी श्रवण दास संत ने हेड कांस्टेबल हेतराम विश्नोई को स्पष्ट निर्देश देते हुए 24 घंटे में आरोपी की गिरफ्तारी का टास्क दिया। इसके बाद कोटगेट पुलिस ने हर वारदात स्थल का निरीक्षण किया और सीसीटीवी फुटेज की मदद से सुजुकी जिक्सर बाइक की पहचान की। बाइक के नंबर व टेक्निकल सर्विलांस के ज़रिए आरोपी की लोकेशन ट्रेस कर ली गई।
जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना इलाके में आरोपी ने नीलम सोनी के बैग में लगभग 250 ग्राम चांदी के आइटम और 15 हज़ार रुपये नकदी ले उड़ा। आरोपी ने उसमें से करीब 2 से 3 हज़ार रुपये खर्च कर दिए थे, बाकी नकदी और चांदी बरामद कर ली गई है। डॉ खुशाली के बैग में दो मोबाइल थे जिनमें से एक मंहगा सैमसंग मोबाइल डर के मारे आरोपी ने फेंक दिया था। पुलिस ने बाद में वह मोबाइल भी बरामद कर लिया।
आरोपी मोहित महंगी बाइक पर टशन दिखाते हुए रात के अंधेरे में रेकी करता और फिर वारदात को अंजाम देता। वह हर दिन एक ही वारदात करता और पूरी सतर्कता बरतता कि पकड़ा न जाए। लेकिन पुलिस कने तकनीकी साक्ष्य,मुस्तैदी ने उसकी इस फिल्मी योजना पर पानी फेर दिया।पुलिस के अनुसार आरोपी बेहद शातिर है। अगर वक्त रहते नहीं पकड़ा जाता तो और वारदातें करता। वहीं हेड कांस्टेबल हेतराम विश्नोई की जांच में अहम भूमिका रही।

