Thar पोस्ट न्यूज। सीरिया में तांडव मचा हुआ है। वहां तख्ता पलट होने वाला है। विद्रोहियों ने अधिकांश इमारतों पर कब्जा कर लिया है। सीरिया के राष्ट्रपति बशर ने राष्ट्रपति भवन छोड़ दिया है। सीरिया में 13 साल से गृहयुद्ध जारी है और इसमें 4 लाख से अधिक लोगों की मौत अभी तक हो चुकी है. लोकतंत्र की मांग से शुरू हुुआ यह युद्ध अब कई मसलों में बंट चुका है, जिसमें शिया–सुन्नी विवाद भी शामिल है. सीरिया की लगभग 90% आबादी मुसलमानों की है, जिसमें सुन्नी 74 और शिया करीब 15 प्रतिशत है बाकी कुर्द, तुर्कमेन, सर्कसियन और फिलिस्तीनी हैं ।
ताजा मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सीरिया के विद्रोही हामा पर कब्जा करने के बाद होम्स की ओर बढ़ चले हैं, अगर वे होम्स पर कब्जा करने में सफल रहे तो बशर अल-असद के लिए बड़ी क्षति होगी. होम्स का सीरिया में काफी महत्व है और यह शहर विद्रोहियों को दमिश्क तक पहुंचाने में मदद कर रहा है. हामा शहर को जब विद्रोहियों ने अपने कब्जे में लिया तो इसे असद के शासन से मुक्ति के रूप में देखा गया. रूस और ईरान अपने-अपने युद्ध में व्यस्त हैं, जिसकी वजह से असद को उनका पूरा समर्थन नहीं मिल पा रहा है और विद्रोही मजबूत हो गए हैं. संभव है कि यह विद्रोह सीरिया में शासन के नए स्वरूप की स्थापना कर दे. लेकिन यह बहुत आसान भी नहीं है क्योंकि अब इस युद्ध के कई स्वरूप हो चुके हैं.
पिछले माह इजरायल और लेबनान के बीच 27 नवंबर को सीज फायर की घोषणा हुई, तो लगा कि अब कुछ दिनों तक मीडिल-ईस्ट एशिया में शांति रहेगी. लेकिन सीरिया के गृहयुद्ध ने इस अनुमान को गलत साबित कर दिया है. सीरिया में विद्रोहियों ने हालिया विद्रोह में सीरिया के प्रमुख क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया है जिसमें हामा और अलेप्पो जैसे शहर शामिल हैं और बहुत संभव है कि वे होम्स पर कब्जा करके राजधानी दमिश्क की ओर बढ़ेंगे।