Tp न्यूज। बीकानेर नगर निगम द्वारा 17 वर्षों के कचरे से भरे गोगागेट डंपिंग यार्ड को खाली करने की कवायद शरू कर ली है गंगाशहर एवं आसपास के वाशिंदों की इस गंभीर समस्या पर संवेदनशीलता दिखाते हुए महापौर के सुझाव पर नगर निगम ने स्वायत्त शासन विभाग राजस्थान को प्रस्ताव बनाकर भेजा है जो की DLB के माध्यम से केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय को भेज दिया है नगर निगम की प्रथम साधारण सभा में भी महापौर ने प्रमुखता से इस मुद्दे को व्यापक जनहित में देखते हुए निस्तारण हेतु सम्बंधित विभाग को योजना बनाने के निर्देश दिए थे जिसकी स्वीकृति एवं फण्ड आने के बाद जल्द से जल्द इस डंपिंग यार्ड को खाली कर दिया जाएगा | गोगागेट डंपिंग यार्ड में वर्षों से आये दिन कभी कचरे में आग लग जाने से, कभी भारी तूफ़ान की वजह से कचरा आने से गंगाशहर, शिववेली एवं आसपास के रिहायशी इलाकों में रहने वाले वाशिंदों के लिए मुसीबत बना हुआ है। वातावरण में प्रदूषण के कारण आसपास के लोगों के स्वास्थ्य पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है |
पिछले कुछ वर्षों से नगर निगम ने व्यापक जनहित में गोगागेट डंपिंग यार्ड में कचरा डालना बंद कर दिया है , अभी नगर निगम द्वारा शहर से संगृहीत कचरे को वल्लभ गार्डन स्थित डंपिंग यार्ड में डंप किया जा रहा है कुल 52130 स्क्वायर मीटर में फैला गोगागेट डंपिंग यार्ड भौगोलिक एवं वित्तीय दृष्टि से नगर निगम की महत्वपूर्ण जमीन है जो वर्षों से कचरे की वजह से बेकार पड़ी है।
एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) एवं केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय के मार्गदर्शिका के अनुसार 15 अगस्त 2022 तक शहरी क्षेत्रों में आने वाले सभी डंपिंग यार्डस को खाली किया जाना है जिसकी अनुपालना में नगर निगम द्वारा भेजे गए प्रस्ताव के मुताबिक़ 52,130 स्क्वायर मीटर में फैले इस डंपिंग यार्ड को खाली करने के लिए कुल 31 करोड़ 27 लाख रूपये का प्रस्ताव स्वायत्त शासन विभाग राजस्थान के माध्यम से केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय को स्वीकृति के लिए भिजवाया गया है गोगागेट डंपिंग यार्ड में 7,81,950 टन कचरा जमा है। इस सम्पूर्ण कचरे को वहीँ छान कर मिटटी के अलावा समस्त कचरे का निस्तारण किया जायेगा। कचरे से निकली मिट्टी से लैंड फिलिंग कर जमीन को उपयोग करने योग्य बनाया जाएगा।
महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने बताया की राजस्थान सरकार एवं केंद्र सरकार से समन्वय बनाकर जल्द से जल्द बजट की व्यवस्था की जायेगी ताकि गोगागेट डंपिंग यार्ड की जमीन को खाली किया जा सके। यह जमीन खाली होने से आमजन की समस्या का निराकरण होने के साथ साथ नगर निगम को भारी राजस्व प्राप्त होगा साथ ही इस जमीन पर पार्क, स्कूल, कॉलेज , हॉस्पिटल जैसे जन हित में निर्माण कार्य करवाए जा सकेंगे।