Thar पोस्ट, न्यूज। बीकानेर में श्रीगणेश जी मंदिरों में विशेष सजावट की गई है। जूनागढ़ किले के मंदिर में सोमवार रात तक सजावट का कार्य जारी था। कोटगेट सट्टा बाज़ार, लक्ष्मीनाथजी मंदिर में गढ़गणेश में तैयारियां जारी थी। इस बार गणेश चतुर्थी पर रवि योग, श्रीवत्स योग व ध्वज (केतु) योग के साथ स्वाती नक्षत्र रहेगा। ज्योतिषाचार्य पं. दामोदर प्रसाद शर्मा के अनुसाए मंगलवार को मध्यान व्यापिनी चतुर्थी होने से गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी। गणेश पूजन के लिए श्रेष्ठ समय वृश्चिक लग्न सहित मध्यान काल रहता है, जो सुबह 11 बजकर 08 मिनट से दोपहर 1 बजकर 33 मिनट तक रहेगा। इस बीच वृश्चिक लग्न सुबह 11.08 बजे से दोपहर 1.01 बजे तक रहेगा।
ये बन रहे संयोग : गणेश चतुर्थी पर रवियोग दोपहर 1.48 बजे तक रहेगा। ध्वज (केतु) योग दोपहर 1.48 बजे तक रहेगा, इसके बाद अगले सूर्योदय तक श्रीवत्स योग रहेगा। कुमार योग दोपहर 1.48 से अगले सूर्योदय तक रहेगा। अंगारक योग पूरे दिन रहेगा। शास्त्रों में गणेश पूजन का समय मध्याह्न काल बताया गया है।
गणेश पूजन समय: मध्याह्न काल — सुबह 11:08 से दोपहर 1:33 बजे तक
वृश्चिक लग्न — सुबह 11:08 से दोपहर 1:01 बजे तक
चर, लाभ, अमृत का चौघडिय़ा — सुबह 9.19 बजे से दोपहर 1.51 बजे तक
शुभ का चौघडिय़ा — दोपहर 3.22 बजे से शाम 4.53 बजे तक