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IMG 20230818 WA0202 मित्रता निभाना भगवान श्री कृष्ण- सुदामा से सीखें Bikaner Local News Portal धर्म
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Thar पोस्ट न्यूज।पीपा क्षत्रिय समाज द्वारा शीतला गेट के अंदर पीपा क्षत्रिय भवन में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के प्रारंभ में आज पंडित विजय शंकर छंगाणी ने आज के यजमान किशोर कुमार सोलंकी से विधि विधान से पूजा करवाई।आयोजन से जुड़े मुरलीधर दैया ने बताया कि श्रीमद भागवत कथा वाचक पं.विजयशंकर छंगाणी ने आज की कथा में भगवान श्री कृष्ण सुदामा की मित्रता के बारे में बताया उन्होंने कहा की मित्रता कैसे निभाई जाती है यह हमें श्री कृष्ण और सुदामा से सीखनी चाहिए। दो मुट्ठी चावल के बदले भगवान श्री कृष्ण ने मित्र सुदामा को दो लोक का राज दे दिया था ।आज कथा स्थल पर भगवान श्री कृष्णा तथा सुदामा की सचेतन झांकी सजाई गई।
पंडित विजय शंकर छंगाणी ने कहा कि ब्रह्मा ,विष्णु और महेश में सबसे श्रेष्ठ विष्णु देवता को बताया गया है। सभी चारों आश्रमों में गृहस्थ आश्रम ही सबसे श्रेष्ठ है। गृहस्थी ही धर्म,अर्थ, काम तथा मोक्ष का सदुपयोग कर सकता है। कलयुग में भागवत कथा सबसे श्रेष्ठ है तथा मनुष्य को मोक्ष देने वाली है।उन्होंने बताया कि भगवान कृष्ण के रुक्मणि, जाम्बवन्ती, सत्यभामा, कालिन्दी, मित्रबिन्दा, सत्या, भद्रा और लक्ष्मणा से आठ विवाह हुए ।और ये अष्ट प्रकृति है जिसके साथ भगवान ने विवाह किये है पृथ्वी, जल, अग्नि,वायुः,आकाश,मन, बुद्धि और अहंकार और चित स्वरुप में भागवान नारायण ने विवाह किये है ।
प्रकृति से चित निकाल लोगे तो प्रकृति में कुछ नहीं बचेगा ।तत्पश्चात और भगवान ने भौमासुर को मारकर सोलह हजार एक सौ कन्याओं के साथ एक मुहूर्त में विवाह किया । भागवत कथामें बाणासुर शिशुपाल का वध का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि हरे कृष्णा, हरे राम, राम हरे हरे ,ही कलयुग में सबसे बड़ा मुक्ति का मंत्र है।
आज कथा में उत्तम चन्द बडगुजर, मनु लाल सोलंकी, ओम दैया, उमेश सोलंकी, विजय सिंह चौहान, मुरलीधर दैया, कमल कांत दैया, किशन सोलंकी, मनु लाल दैया बद्री प्रसाद सोलंकी, गिरधर दैया, मोडाराम सोलंकी, किशोर कुमार सोलंकी ,राजकुमार दैया,ममोल देवी, जशोदा सोलंकी, आशा सोलंकी, भगवती सोलंकी, संजू सोलंकी, सन्तोष दैया, राजा कवरी पंवार, शारदा दैया, रेखा चौहान सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने कथा का आनंद लिया।
आयोजन से जुड़े ओम दैया ने बताया कल श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिन प्रातः 10:15 बजे कथा स्थल श्री पीपा क्षत्रिय भवन में “पंच कुंडीय यज्ञ” का आयोजन किया जाएगा तत्पश्चात श्रीमद् भागवत जी की गाजे बाजे के साथ शोभा यात्रा निकाली जाएगी ।
शोभायात्रा श्री पीपा क्षत्रिय भवन से शीतला गेट के बाहर स्थित हनुमान मंदिर जाएगी।


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