Tp न्यूज। उरमूल डेयरी में ठेकेदारों और अधिकारियों में मिलीभगत कर फर्जीवाड़ा करने के आरोप लगाए गए हैं। आरोप है कि ठेका फर्म द्वारा लेबर श्रमिकों को लगाने का ठेका है, जिसमें ठेके पर कार्य करने वाले कर्मचारियों के वेतन से पी एफ व ई एस आई तो काटी जाती रही है परन्तु पी एफ व ई एस आई विभाग में उनके नाम से जमा ना होकर ठेकेदार फर्म द्वारा अपने अन्य लोगों के नाम से जमा करवाई जाकर प्रस्तुत बिलों द्वारा लाखों रुपए की हेरा-फेरी व भ्रष्टाचार किया जा रहा है और इस भ्रष्टाचार मेें डेयरी प्रशासन पूरी जानकारी होने के बाद भी आंखें मूंद कर इस भ्रष्टाचार मेें सहयोग करते हुए पूरी तरह संलिप्त हैं ।
यही हालत सुरक्षा सेवा ठेका फर्म के है जिसके द्वारा सुरक्षा नियमों के विरूद्ध जाकर सिवीलियन लोगों को कार्य पर लगा रखा है, जबकि सुरक्षा विभाग द्वारा जारी गाइड लाइन अनुसार निश्चित अनुपात में पेरामिलिट्री फोर्स, बी एस एफ, सी आइ एस एफ, एक्स आर्मी मैन, सीमा सुरक्षा बल या होमगार्ड के लोगों को लगाया जाना चाहिए था । पी एफ व ई एस आई कटौती मामले में इस फर्म द्वारा भी वो ही नीति अपनाई जा रही है जो कि लेबर कान्ट्रेक्टर फर्म द्वारा अपनाई गई है ।