Tp न्यूज़। संत लाल बाबा के भक्त अनेक राजनेता, संगीतकार, कलाकार थे। लाल बाबाजी का आशीर्वाद लेने अनेक दिग्गज हस्तियां बीकानेर आती थी। प्रफ्फुल पटेल, बूटा सिंह, अनु मालिक, राजा हसन सहित अनेकों नामचीन लोग उनके भक्त रहे। लाल बाबा की अंतिम यात्रा आज दोपहर 2 बजे सियाणा भैरव सदन नत्थूसर गेट से सतोलाई मोक्षधाम जायेगी। अनेक विशिष्टजन अंतिम दर्शनार्थ आएंगे। बाबाजी शनिवार देर साँय ब्रह्मलीन हो गये। वे 83 वर्ष के थे। पिछले कुछ समय से अस्वस्थ लाल बाबाजी
का पीबीएम में उपचार चल रहा था। जिसने भी यह समाचार सुना , अवाक् रह गया। देश भर में बाबाजी के हज़ारों अनुयायी , शिष्य व प्रशंसक भी शोक में डूब गए। सभी राजनीतिक दलों के राजनेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया। अपने आराध्य को अंतिम विदाई देने गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, जोधपुर, बोटाड़ आदि जगहों से बाबाजी के अनुयायी
पहुंचेंगे। तीये की बैठक सोमवार शाम 5 बजे नत्थूसर गेट पर रखी गई है। इससे पूर्व शनिवार को उनकी पार्थिव देह को दर्शनार्थ सियाणा भैरव सदन में रखा गया जहां बड़ी तादाद में उनके शिष्य, व आम नागरिक उमड़ पड़े।
4 मई 1937 को संत लाल बाबाजी
का जन्म तंत्रवेत्ता बीकानेर के राज
ज्योतिषी रमणलाल जी किराड़ू एवं माता मघीदेवी के परिवार में हुआ। उनका सांसारिक नाम बुलाकीदास किराड़ू था। बाबाजी का सांसारिक जीवन काल कठोर संघर्षों से
गुजरा। सांसारिक धर्मपत्नी के दुखद निधन के बाद उन पर लांछन भी लगे। लेकिन बाइज़्ज़्ात बरी होने के बाद उन्होंने साधना,भैरव उपासना व तपस्या से तंत्र, मंत्र व ज्योतिषक्षेत्र में जो मुकाम हासिल किया उससे न सिर्फ अध्यात्म क्षेत्र बल्कि राजनीतिक गलियारों तक बड़ी बड़ी हस्तियां
उनका सान्निध्य प्राप्त करती थीं। देश-विदेश के अनेकों राजनेताओं ने उनका शिष्यत्व प्राप्त किया था।