



फिजूल खर्च पर अंकुश लगाकर धन का करें सदुपयोगः डॉ. कल्ला
रंगरेज समाज की ओर से सम्मान समारोह आयोजित
Thar पोस्ट, बीकानेर, 16 फरवरी। शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने कहा कि फिजूल खर्च पर अंकुश लगाएं और बचाए हुए धन का उपयोग समाज के उत्थान के लिए करें।
डॉ. कल्ला बुधवार को मोहता सराय में रंगरेजान समाज सामुदायिक भवन में आयोजित स्वागत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज विवाह एवं मृत्यु भोज सहित अन्य कार्यक्रमों में फिजूल खर्च का चलन बढ़ रहा है। इस पर अंकुश लगाना जरूरी है। साथ ही बचाए हुए इस धन का उपयोग समाज के सामुदायिक भवनों, स्कूलों और अन्य आधारभूत सुविधाओं के विकास जैसे नेक कार्यों में करने की पहल करें। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा भी जनसहभागिता योजना के माध्यम से ऐसे कार्यों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। ऐसी पहल से विकास कार्यों में आमजन का भावनात्मक जुड़ाव भी होगा।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि शहर में 614 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी पेयजल योजना स्वीकृत करवाई गई है। दो शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की मंजूरी दिलवाई गई है। इन पर 12 करोड़ रुपये व्यय होंगे। चांदमल बाग की समस्या के समाधान के लिए 15 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। पानी, बिजली, शिक्षा और चिकित्सा तंत्र के सर्वांगीण विकास को उन्होंने सर्वोच्च प्राथमिकता बताया और कहा कि इसके लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षा को सम्पूर्ण विकास का आधार बताया और कहा कि बच्चों को अच्छी तालीम दिलाएं, जिससे वे आगे बढ़ सकें।
नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष मकसूद अहमद ने बताया कि न्यास अध्यक्ष के कार्यकाल के दौरान उन्होंने शहर में लगभग 450 करोड़ रुपये के विकास कार्य करवाए। इससे सभी वर्गों को लाभ हुआ। पार्षद शिवशंकर बिस्सा और मुजीब खिलजी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संचालन मोहम्मद रमजान रंगरेज ने किया। इस दौरान ताहिर हसन, नानू खां, शेर मोहम्मद रंगरेज, महबूब रंगरेज, बाबू रंगरेज, जिला शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र सिंह भाटी सहित अनेक विशिष्टजन मौजूद रहे।


कोलायत विधान सभा क्षेत्र की 13 स्कूलों के लिए 672.88 लाख रूपये की वित्तीय स्वीकृति हुई जारी
विद्यालयों में अतिरिक्त कक्षा कक्ष, मरम्मत व नवीन भवन बनेंगे-ऊर्जा मंत्री भाटी
Thar पोस्ट, बीकानेर, 16 फरवरी। राजस्थान सरकार के वित्त विभाग ने मुख्यमंत्री महोदय की बजट घोषणाओं के आधार पर श्री कोलायत विधानसभा क्षेत्र की 13 राजकीय विद्यालयों में अतिरिक्त कक्षा कक्ष, मरम्मत एवं नवीन भवन निर्माण हेतु वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी है। साथ ही सम्बंधित विभागों को भी आदेशित कर दिया है कि निविदा आमंत्रित कर कार्य इसी वित्तीय वर्ष में प्रारम्भ कर दिया जाये। इन स्कूलों में निर्माण करवाने के लिए 672.88 लाख रूपये स्वीकृत किए जायेंगे।
ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने बताया कि राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सियाणा-जोधासर में 25.29 लाख रूपये, राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय अगनेऊ में 16.86 लाख रूपये, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय माधोगढ़ में 16.86 लाख रूपये, राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय झझू में 16.86 लाख रूपये, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय शास्त्रीनगर में 16.86 लाख रूपये, राजकीय बालिका प्राथमिक विद्यालय चानी में 8.43 लाख रूपये, राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय बज्जू खालसा में 10.84 लाख रूपये, राजकीय माध्यमिक विद्यालय देवड़ों की ढ़ाणी में 10.84 लाख रूपये, राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय खारी चारणान में 31.33 लाख रूपये, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खारिया पातावतान में 31.33 लाख रूपये, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय कोलायत में 30.48 लाख रूपये, राजकीय आर्दश उच्च माध्यमिक विद्यालय हदा में 20 लाख रूपये तथा राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय कोलायत में नवीन भवन निर्माण हेतु 436.90 लाख रूपये के निर्माण करवाया जायेगा।भाटी ने बताया कि विद्यालयों में निर्माण कार्य पूरा होने के बाद विद्यार्थियों के लिए सुविधाअें का विस्तार होगा। उन्होंने कहा कि वित्तीय स्वीकृतियां मिलने पर समस्त क्षेत्रवासियों ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत व शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी.कल्ला का कोटि-कोटि हार्दिक आभार व्यक्त किया है।
बेमियादी धरना जारी Thar पोस्ट बीकानेर । पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी द्वारा राज्य सरकार के द्वारा 15 दिसम्बर 2021 को गोचर , औरण के कब्जाधारियों को पट्टे जारी करने के निर्णय के खिलाफ दिया जा रहा अनिश्चितकालीन धरना आज 35 वें दिन भी जारी रहा ।

आज धरना स्थल पर बालसंत श्रीछेल बिहारी जी द्वारा रामगणेश मंदिर से कलश यात्रा लेकर पहुंचने के पश्चात् श्रीमद् भागवद गीता सार महोत्सव व गौ – कथा की शुरूआत की गयी वही गोचर दीवार निर्माण के लिए कैलाशपुरी के लोगों द्वारा 51 हजार रूपये की राशि गुप्त भेंट की गयी ।भाटी के प्रवक्ता सुनील बांठिया ने बताया कि आज धरना स्थल पर बालसंत श्रीछैल बिहारी जी रामगणेश मंदिर से कलश यात्रा लेकर पहुंचने के पश्चात् श्रीमद् भागवद गीतासार महोत्सव व गौ – कथा का शुभारम्भ किया गया । कथा की पूजा रवि कुमार शास्त्री , मनु महाराज द्वारा मुख्य यजमान प्रेमलता – देवीकिशन चांडक से करवायी गयी । श्रीछैल बिहारी जी ने गाय के महत्व व उत्पति के बारे में विस्तृत व्याख्या करते हुए गौ प्रेमी भाटी द्वारा देशी ईलाज पर आधारित पुस्तक के बारे में जानकारी दी और कहा कि भाटी की इस पुस्तक में भी गौ माता द्वारा प्रदत्त वस्तुओं से रोगों का शून्य आधारित ईलाज की भी जानकारी दी हुयी है । श्री छैल बिहारी जी ने कहा कि गाय का आदर सत्कार करें । गाय से ही हमें धर्म , अर्थ , काम , मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है । श्री कृष्ण के जन्म पर नन्द बाबा ने भी ऋषियों – मुनियों को दो लाख गाये भेंट स्वरूप प्रदान की थी । उन्होंने कहा कि जहां गाय पूजी जाती है वहां देवता वास करते है । आज गौ माता के बगैर शादी – विवाह भी सम्पन्न नहीं होते ।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री भाटी ने कहा कि पहले हर घर में गौ वंश पाला जाता था जिससे घर के लोगों को रोगों से मुक्ति मिलती थी आज यह सरकार गौ वंश के चारागाह को समाप्त करने पर तुली हुयी है । जिसे हम किसी भी हालात में होने नहीं देगें । भाटी ने कहा कि गाय द्वारा प्रदत्त वस्तुएँ दैनिक उपयोग में लेने से व्यक्ति की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है सम्भव हो सके तो प्रत्येक घर में एक गाय अवश्य पालनी चाहिए ।
आज धरना स्थल पर भाटी के धरने को समर्थन देने मध्यप्रदेश देवास के स्थानीय निकाय के प्रदेशाध्यक्ष एवं जिला प्रमुख नरेन्द्र सिंह राजपूत , जैसलमेर के भादरिया से किशन सिंह भाटी , नागौर के पूर्व प्रधान अजीत सिंह भाटी , गोविन्दसर से मांगुसिंह , सेवानिवृत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खींव सिंह भाटी , सरपंच केसरदेसर जाटान रामदयाल करणाराम सरपंच प्रतिनिधि खारी चारनान , मोतीराम पन्नू उदयरामसर , पूर्व सरपंच ब्रजमोहनसिंह पड़िहार , भाटी , भाजपा नेत्री दातेन्द्र कौर , सरला राजपुरोहित , मीनाक्षी श्रीमाली , सन्जू स्वामी , राजश्री पंवार , सरस्वती जोशी के अलावा शहरी व ग्रामीणों क्षेत्रों से हजारों लोग भाटी को समर्थन देने पहुंच रहे है । आज धरना स्थल छोटी काशी म्यूजिकल ग्रुप द्वारा गाय , गोचर व भाटी पर जोड़े गये गीत विजय सिंह बोदावत , श्रीमती विक्री सैनी द्वारा प्रस्तुत कर पण्डाल को भक्तिमय कर दिया ।
स्व. व्यास का साहित्य मानवीय संवेनाओं का दस्तावेज है-रंगा
Thar पोस्ट बीकानेर 16 फरवरी, 2022 राजस्थानी के भीष्मपितामह स्व. मुरलीधर व्यास ‘राजस्थानी’ आधुनिक राजस्थानी कहानी के जनक तो थे ही वहीं आपका साहित्य मानवीय संवेदनाओं का दस्तावेज है। आपने राजस्थानी गद्य साहित्य को नई दिशा दी यह उद्गार आज दोपहर नालन्दा परिसर के सृजन सदन मे आयोजित स्व. मुरलीधर व्यास ‘राजस्थानी’ की 38वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित ‘हमारे पुरोधा’ कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ कवि, कथाकार एवं राजस्थानी मान्यता आंदोलन के प्रवर्तक कमल रंगा ने व्यक्त किए।
कार्यक्रम में वरिष्ठ शिक्षाविद् मदनमोहन व्यास ‘एस.पी’ ने कहा कि स्व व्यास के साहित्य के सही मूल्यांकन बाबत आलोचकों को आगे आना चाहिए। साथ ही नई पीढी को अपनी मातृभाषा के प्रति समर्पित भाव से काम करना चाहिए।
युवा शायर कासिम बीकानेरी ने कहा कि स्व. व्यास मानवीय चेतना के पैरोकार थे। वहीं कवि गिरीराज पारीक ने स्व. व्यास को नमन करते हुए कहा कि उनके मातृभाषा के प्रति समर्पण से नई पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिए।
युवा शिक्षाविद् राजेश रंगा ने कहा कि स्व. व्यास का भाषा एवं साहित्य के प्रति किया गया कार्य वरेण्य है। इतिहासविद् डॉ. फारूक चौहान ने कहा कि स्व. व्यास मानवीय मूल्यों का निवर्हन करने वाले सच्चे साधक थे। परिसंवाद में स्व. व्यास को स्मरण-नमन करते हुए हरिनारायण आचार्य, अशोक शर्मा, भवानी सिंह, मदनगोपाल व्यास जैरी, आशिष रंगा एवं बीडी भादाणी आदि ने उन्हें मौन साधक बताया।
कार्यक्रम का संचालन सुनील व्यास ने किया। अंत में सभी ने दो मिनट का मौन रखकर स्व. व्यास को अपनी श्रद्धा अर्पित की।


