Thar पोस्ट, बीकानेर। पानी के मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है। काश्तकार अड़े। इंदिरा गांधी नहर के किसानों को रबी फसल के लिए एक बारी पानी मिलने की उम्मीद बंध गई है। ऐसे में पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में सिंचित क्षेत्र में खड़ी फसल को बचाया जा सकेगा। वहीं सोमवार को भाखड़ा बांध मैनेजमेंट बोर्ड BBMB की बैठक में ये महत्वपूर्ण निर्णय हुआ है। पूगल क्षेत्र के किसानों ने नहर विभाग के एक सहायक अभियंता प्रभुलाल को बंदी बना लिया है। साथ ही चेतावनी दी है कि उन्हें पानी नहीं मिला तो प्रभुलाल को नहीं छोड़ेंगे और सुबह छह बजे A.En. पर ठंडे पानी की बाल्टियां डाली जाएगी।इस बैठक के बाद अब इंदिरा गांधी नहर की ओर से जल वितरण का नया रेगुलेशन जारी किया जाएगा। इसमें बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ सहित नहर से जुड़े सभी जिलों में किसानों को रबी के लिए एक बारी पानी मिलने की उम्मीद बंध गई है। किसान लंबे समय से रबी फसल को पकाने के लिए एक बार पानी का इंतजार कर रहे थे। बीबीएमबी की बैठक में राजस्थान की तरफ से अधिकारियों ने पानी की आवश्यकता जताई। खेत में खड़ी फसल के लिए भी पानी की जरूरत महसूस की गई। अब एक बारी पानी मिलने से कुछ हद तक किसानों को लाभ होगा। हनुमानगढ़ चीफ इंजीनियर अमरजीत मेहरडा़ ने जल्द रेगुलेशन जारी होने की उम्मीद जताई है। किसानों को तीन फरवरी से छह मार्च के बीच पानी मिल सकता है।
पूगल ब्रांच में एक सहायक अभियंता को बंधक बना लिया गया है। इसका वीडियो भी जारी किया गया है। किसानों ने बताया कि रेगुलेशन के एईएन प्रभुराम को तब तक नहीं छोड़ा जाएगा, जब तक किसानों के पानी की मांग पूरी नहीं हो जाती है। किसानों ने चेतावनी दी है कि उनको पहले पानी नहीं दिया गया तो प्रभुराम को नहीं छोड़ा जाएगा। अगर नहर अधिकारियों ने समय रहते पानी नहीं दिया तो सुबह छह बजे एईएन प्रभुराम के साथ एक काश्तकार भूपराम के सिर पर ठंडे पानी की बाल्टियां डाली जाएगी। काश्तकार इस एईएन के साथ शहीद होने के लिए तैयार है। साभार