डॉक्टर भवः के जयकारे से गुंज उठा रवीन्द्र रंगमंच!
Thar पोस्ट, बीकानेर। सिंथेसिस (प्री-मेडिकल एवं प्री-इंजीनियरिंग) संस्थान द्वारा वर्ष 2021 में संस्थान के होनहार छात्र-छात्राओं जिनका प्री-मेडिकल नीट प्रवेश परीक्षा, जेईई और अन्य प्रवेश परीक्षाओं में चयन होने पर पारितोषिक वितरण, सम्मान समारोह एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम ज्ञानोत्सव-2021 रवीन्द्र रंगमंच, बीकानेर में कल आयोजित हुआ था।
इसमें राजस्थान के 12 जिलों के अलावा, हरियाणा, पंजाब और यूपी से भी पेरेंट्स ने भागीदारी की थी।कार्यक्रम का शुभारम्भ सिंथेसिस संरक्षक रेंवतमल बजाज, श्याम सुन्दर सुथार व प्रशांत गोस्वामी द्वारा माँ सरस्वती और गणेश भगवान को दीप प्रज्वलित कर एवं वंदना से शुरू किया गया।समारोह के मुख्य अतिथि पी.बी.एम. के अधीक्षक डॉ. परमेन्द्र सिरोही एवं् विशिष्ट अतिथि महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति, बीकानेर के जिला संयोजक संजय आचार्य और डूँगर महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. के.डी. शर्मा सर थे। इस अवसर पर कार्यक्रम में डॉ. सिरोही ने विद्यार्थियों की सराहना की और उन्हें आशीर्वाद दिया कि आप भी एक अच्छे डॉक्टर बनकर समाज व देश की सेवा करें।
सिंथेसिस संस्थान के अकादमिक निदेशक डॉ. श्वेत गोस्वामी ने बताया की इस वर्ष 101 से अधिक विद्यार्थी नीट-2021 में चयनित हुए। साथ ही साथ यह भी बताया की पूरे भारत में 1456 व्यक्ति पर 1 डॉक्टर की जिम्मेदारी है अतः यह सौभाग्य का पल भी है। साथ ही गोस्वामी ने संस्थान की विभिन्न स्कोलरशिप की जानकारी दी और बताया की 16 लाख विद्यार्थियों में से सिंथेसिस के 101 विद्यार्थियों ने जगह बनाई है यह बडे़ गर्व की बात है।
सिंथेसिस के प्रशासनिक निदेशक जेठमल सुथार ने 5 फेज मंे विद्यार्थियों को पुरूस्कार देते समय उनकी संक्षिप्त जानकारी सभागार में उपस्थित सभी लोगों के साथ साझा की। साथ ही विद्यार्थियों को यह सीख भी दी कि वह सफलता की पहली सीढ़ी है अतः उसका जश्न मनावें लेेकिन यह सफलता दिमाग में नहीं चढ़नी चाहिए।
सिंथेसिस के प्रबंध निदेशक मनोज कुमार बजाज ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को जीवन में सफल व एक पेशेवर व्यक्तित्व को धारण करने को और सफलता की राह मे आने वाली हर कठिनाईयों को पार कर आगे बढ़ते रहने को कहा।
ज्ञानोत्सव में अलंकार तैलंग ने चक दे इंडिया और केशरी के संगीत पर बडे़ ही सुरीले स्वर में गायन प्रस्तुत किया। नन्हें कलाकार मास्टर अरनव गुप्ता ने पियानो पर अलग-अलग गीत की धुनों को बजा कर सब का मन मोहित किया। इसके अलावा अभिभावक मदन सुथार और सोनिया अरोड़ा ने डाँस प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में सभी अतिथियों का शिक्षकों द्वारा अपर्णा पहनाकर व पुस्तक भेंट कर अभिनंदन किया गया।
ज्ञानोत्सव में टोप रैंकस् लाने पर साठीका की रेणु बीठू, सूरतगढ़ के कमलेश बिश्नोई, पूगल की अनुश्री देवड़ा, झिलमिल बैद, बरसिंहसर की सीता गोदारा, हिसार के विरल सियाग और पोकरण के अरूण विजय पालीवाल को विशेष अवार्ड से सम्मानित किया गया। ज्ञानोत्सव मंे भाग लेने वाले सभी चयनित सिंथेसियन्स के अलावा पेरेन्ट्स को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन शक्तिराज सिंह ने किया।