Thar पोस्ट बीकानेर। राजस्थान गो सेवा परिषद द्वारा ‘बीकानेर के समग्र विकास में जनप्रतिनिधियों और सरकार से अपेक्षा’ विषयक कार्यशाला का आयोजन लालेश्वर महादेव मंदिर के अधिष्ठाता स्वामी विमर्शानन्द के सान्निध्य में शनिवार को पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ऊर्जा तथा जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बी डी कल्ला थे। अतिथि के रूप में राजूवास के कुलपति प्रो. सतीश के गर्ग तथा जिला कलक्टर नमित मेहता थे।
इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बीकानेर तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है। राज्य सरकार भी इसके लिए प्रतिबद्ध है। जिले में विकास की अपार संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा जिले को अनेक सौगातें दी गई हैं। कोविड की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद प्रदेश में विकास की गति रुकी नहीं। सामूहिक प्रयासों से कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सका। ऊर्जा मंत्री ने औद्योगिक, पर्यटन, कला, संस्कृति सहित विभिन्न क्षेत्रों में विकास की संभावनाओं तथा इनके लिए राज्य सरकार द्वरा किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि राज्य सौर ऊर्जा का हब बनने की ओर अग्रसर है। राजस्थान इस क्षेत्र में जल्दी ही देश भर में पहले नम्बर पर पहुंच जाएगा। डॉ. कल्ला ने एंटरप्रेन्योर के रूप में युवाओं को आगे आने का आह्वान किया तथा राजस्थान गो सेवा परिषद के प्रयासों की सराहना की।
जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि जिले के विकास की संभावनाओं पर सतत रूप से कार्य किया जा रहा है। वहीं शहरी क्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं के साथ नाइट टूरिज्म की संभावनाओं को भी तराशा जा रहा है। उन्होंने जिले में हवाई सेवाओं के विस्तार और इस हेतु अब तक किए गए कार्यों की जानकारी दी।
पशु विज्ञान एवं पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति सतीश के. गर्ग ने कहा कि बीकानेर के प्रबुद्ध लोग शहर के विकास की सम्भावनाओं पर मंथन के साथ इस हेतु सतत प्रयत्नशील हैं। इन समन्वित प्रयासों की बदौलत शहर शीघ्र ही विकास की मुख्य धारा से जुड़ सकेगा। उन्होंने कहा कि ऑर्गेनिक फार्मिंग और बायो फर्टिलाइजर क्षेत्र में विकास के लिए विश्वविद्यालय प्रतिबद्ध है।
लालेश्वर महादेव मंदिर के अधिष्ठाता स्वामी विमर्शानन्द ने कहा कि बीकानेर का इतिहास स्वर्णिम रहा है। यह शहर सदैव विकास का पक्षधर रहा है।
राजस्थान गौ सेवा परिषद के अध्यक्ष हेम शर्मा ने बताया कि संस्था द्वारा पूर्व में औद्योगिक एवं आधारभूत विकास, खेल एवं शिक्षा, कला, साहित्य एवं संस्कृति विकास तथा चिकित्सा सेवाएं से संबंधित सत्र आयोजित किए गए थे। इस दौरान प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर डॉक्युमेंट्री फ़िल्म भी बनाई गई। कार्यक्रम के दौरान इसका प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम का संचालन गजेन्द्र सिंह सांखला ने किया तथा सचिव अजय पुरोहित ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डॉ. शुक्ला बाला पुरोहित, पूर्व महापौर मकसूद अहमद तथा नारायण चौपड़ा, पूर्व सभापति चतुर्भुज व्यास, राजकुमार किराडू, डॉ. बिट्ठल बिस्सा, डॉ. अम्बिका ढाका, कमल रंगा, कन्हैया लाल बोथरा, अरविंद मिड्ढा, डॉ त्रिभुवन शर्मा, डी पी पचीसिया, डॉ. विमला मेघवाल, रमेश अग्रवाल, दिनेश चंद्र सक्सेना, डॉ. विजय शंकर आचार्य, सुरेन्द्र सिंह शेखावत, प्रो. आर के धूड़िया, पार्षद सुधा आचार्य, कन्हैयालाल भाटी आदि मौजूद रहे।
ऊर्जा मंत्री डॉ.कल्ला ने बजरंग धोरा धाम में किया पौधारोपण
बीकानेर। ऊर्जा एवं जलदाय मंत्री डॉ. बी.डी.कल्ला ने शनिवार को बजरंग धोरा धाम में पौधारोपण किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश भर में सघन पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत नगर निगम, नगर विकास न्यास द्वारा शहरी और जिला परिषद द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में पौधरोपण किया जा रहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि सम्बन्धित विभागों द्वारा इनकी नियमित मॉनिटरिंग की जाए। साथ ही उन्होंने आमजन से भी अधिक से अधिक पौधे लगाने का आह्वान किया तथा कहा कि कोरोना काल में पौधारोपण के प्रति जागृति आई है। पौधे ऑक्सीजन के प्रमुख स्रोत होते हैं। पौधारोपण कर हम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी योगदान दिया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने पहला पौधा लगाकर अभियान की शुरुआत की। नगर विकास न्यास सचिव नरेंद्र सिंह पुरोहित ने बताया कि न्यास द्वारा 25 हजार पौधे लगाए जाने हैं। जिनमें से 8 हजार पौधे लगाए जा चुके हैं। इस दौरान ऊर्जा मंत्री ने बजरंग धोरा धाम मंदिर में दर्शन भी किए तथा प्रदेश की समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर बजरंग धोरा धाम ट्रस्ट के बृजमोहन दाधीच द्वारा ऊर्जा मंत्री डॉ. कल्ला को साफा पहनाकर तथा मनमोहन दाधीच द्वारा बजरंग बली की तस्वीर भेंट कर स्वागत किया गया। पौधारोपण कार्यक्रम में नगर विकास न्यास तहसीलदार कालूराम, न्यास के अभियन्ता राजीव माथुर, भव्यदीप, कुंजबिहारी कल्ला, अशोक कल्ला, गिरिराज बिस्सा, डॉ. बिट्ठल बिस्सा, गजानंद ,नरेंद्र छीपा, मोहनलाल, नटसा पुरोहित, तोलाराम सियाग, मदन स्वामी, बलदेव पारीक , रामगोपाल जोशी, अजय छाबड़ा , नीलेश शर्मा, अनुज दाधीच, आशीष दाधीच आदि मौजूद रहे।