



संभागीय आयुक्त ने किया डियर रेस्क्यू सेंटर का उद्घाटन, जिला कलेक्टर ने बायोलॉजिकल पार्क का जायजा लिया, शेरों के पिंजरे तैयार
आमजन देख सकेंगे हिरण की अटखेलियां
Thar पोस्ट, न्यूज बीकानेर। संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने मंगलवार को पब्लिक पार्क परिसर में ‘डियर रेस्क्यू सेन्टर’ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर वन विभाग के कार्मिक, आमजन स्कूली छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
संभागीय आयुक्त डॉ. पवन ने कहा कि आमजन का वन्य जीवों से जुड़ाव हो तथा इनके संरक्षण के प्रति जागरूक रहें, इसके मद्देनजर यह पहल की गई है। उन्होंने कहा कि किसी भी दुर्घटना के कारण घायल वन्य जीवों की जीवन रक्षा में रेस्क्यू सेंटर प्रभावी भूमिका निभाएगा। संभागीय आयुक्त ने वन्यजीवों के सरंक्षण के लिए आमजन से भागीदारी रहेगी। उन्होंने रेस्क्यू सेंटर परिसर को हार भरा बनाने के निर्देश दिए।
उपवन संरक्षक (वन्य जीव) सुनील कुमार गौड़ ने बताया कि विभाग द्वारा गत 1 वर्ष में 348 वन्य जीवों का रेस्क्यू तथा इस माह 11 वन्य जीवों को रेस्क्यू कर उपचार किया गया। इस प्रकार प्रति माह औसतन 31 वन्यजीवों का रेस्क्यू किया जा रहा है। रेस्क्यू सेन्टर प्रतिदिन आमजन के अवलोकनार्थ खुला रहेगा तथा वन्यजीवों के रेस्क्यू संबंधी जानकारी पर त्वरित कार्यवाही की जाएगी। यहां चीतल, काला हिरण, चिंकारा और नील गाय आमजन के अवलोकनार्थ रखी गई है।
संभागीय आयुक्त ने स्कूली विद्यार्थियों के साथ रेस्क्यू सेंटर का फीता काटकर उद्घाटन किया। हिरणों और नील गायों को देखकर बच्चे भी उत्सुक दिखे। संभागीय आयुक्त ने पारिजात का पौधा भी लगाया। वहीं घर घर औषधि योजना के तहत कालमेघ, अश्वगंधा, तुलसी और गिलोय के पौधे भी लगाए गए।
इस दौरान अतिरिक्त संभागीय आयुक्त ए.एच. गौरी, उप वन संरक्षक महेन्द्र कुमावत, सेवानिवृत्त उप वन संरक्षक रामनिवास, राजकीय डूंगर महाविद्यालय के प्रो. प्रताप सिंह सहित विभिन्न लोग मौजूद रहे। संचालन सेवानिवृत्त क्षेत्रीय वन अधिकारी भंवर सिंह ने किया। **



जिला कलक्टर ने किया बॉयालोजिकल पार्क का अवलोकन, कार्यों में गति लाने के दिए निर्देश
Thar पोस्ट। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने मंगलवार को बीछवाल में निर्माणाधीन मरुधरा बायोलॉजिकल पार्क का अवलोकन किया।
उन्होंने यहां चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया तथा इनमें और अधिक गति लाने के निर्देश दिए। बायोलॉजिकल पार्क में अब तक चिंकारा, काला हिरण, तेंदुआ, शेर और बाघ के लिए पांच पिंजरों का निर्माण लगभग पूर्ण हो गया है। जिला कलक्टर ने सेंट्रल जू अथॉरिटी से विभिन्न मानकों के आधार पर स्वीकृति प्रक्रिया की जानकारी ली तथा इसकी वर्तमान स्थिति के बारे में जाना। उन्होंने स्वीकृत पांच अन्य पिंजरों का निर्माण शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यहां पानी, पौधारोपण, चारदीवारी, तारबंदी सहित पार्क के समुचित विकास की रूपरेखा पर चर्चा की। हनुमानगढ़ से लाए तथा यहां वैज्ञानिक तरीके से पुनः लगाए गए बरगद के पेड़ का अवलोकन किया तथा इसके बेहतर देखभाल के निर्देश दिए।
औद्योगिक क्षेत्र होगा अतिक्रमण मुक्त
जिला कलक्टर ने करणी औद्योगिक क्षेत्र में प्रस्तावित सीईटीपी स्थल का अवलोकन किया तथा विभिन्न औद्योगिक इकाइयों से यहां आ रहे अपशिष्ट पानी के निकासी की वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने यहां हुए अतिक्रमणों पर नाराजगी जताई तथा रीको के अधिकारियों को शीघ्र सर्वे करते हुए, सभी अतिक्रमण को चिन्हित करने तथा क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से किया जाए।
इन्दिरा रसोई का किया निरीक्षण
जिला कलक्टर ने बीछवाल औद्योगिक संघ कार्यालय में उद्यमियों से चर्चा की तथा औद्योगिक विकास की संभावनाओं के बारे में जाना। उन्होंने यहां संचालित इंदिरा रसोई का औचक निरीक्षण भी किया तथा भोजन की गुणवत्ता के बारे की जानकारी ली और लाभार्थियों से व्यवस्था संबंधित फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि यहां साफ-सफाई और हाइजीन व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए।
आरओबी निर्माण की जानी प्रगति
जिला कलक्टर ने लालगढ़ क्षेत्र में निर्माणाधीन रेलवे ओवर ब्रिज का अवलोकन किया तथा कार्य में गति लाने के निर्देश दिए। इस ओवर ब्रिज के लिए 82.10 करोड रुपए स्वीकृत किए गए हैं। आरएसआरडीसी द्वारा रेलवे के भाग के अलावा लगभग 70ः कार्य पूर्ण कर दिया गया है। उन्होंने गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के लिए निर्देशित किया।
इस दौरान जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र की महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा, उप वन संरक्षक (वन्यजीव) डॉ सुनील कुमार गौड़, रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक शैलेंद्र गुप्ता, आरएसआरडीसी के परियोजना निदेशक सुरेंद्र राठौड़, परियोजना अधिकारी निखिल मिश्रा तथा रीको के अधिकारी साथ रहे।


