Thar पोस्ट, न्यूज। बीकानेर के लिए यह कहा जाता है कि यहां कोलायत का पानी हिलने के साथ सर्दी का आगाज़ हो जाता है। पुरखों द्वारा कही यह बात सही भी है। कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाले कोलायत मेले से सर्दी शुरू हो जाती है। धूने भी चेतन हो जाते है। इसका दौर होली तक चलता है। बीकानेर की सर्दी न केवल मरु वाशिंदों में बल्कि विदेशी पर्यटकों में भी लोकप्रिय है। यूरोप के कई देशों में बर्फ बारी के चलते न केवल हज़ारों पक्षी बल्कि इंसान भी राजस्थान में डेरा डालते है और यहाँ सर्दियों में होने वाले पर्यटक मेलों में शामिल होते हैं। बीकानेर सहित पश्चिमी राजस्थान के जिलों में खाने-पीने मनुहार का दौर चलता है। लोक गीतों में भी गाया जाता है- बैठो सा, टेबल कुर्सी आपरी…। बीकानेर, जोधपुर जैसलमेर आदि में गुनगुनी धूप में पंछियों को पंख फैलाते देखा जा सकता है तो होटल, गेस्ट हाउस व रेत के धोरों पर सैलानियों को धूप स्नान करते देखा जा सकता है। बीकानेर में भी अनेक पर्यटक सर्दी में गार्डन या रूफटॉप को प्राथमिकता देते है। विदेशी पक्षियों को देखना है तो बीकानेर का जोड़बीड के अलावा जैसलमेर, फलौदी खींचन आपका स्वागत करता है। विदेशी सैलानियों को आप बीकानेर के लालगढ़ परिसर की शाही होटलों, जूनागढ़ गजनेर, रायसर, जैसलमेर के सम के धोरों आदि में सुस्ताते देख सकते हैं।
मौसम पलटा : लूणकरणसर व महाजन आदि इलाकों में बारिश के चलते मौसम पलटा। इसके साथ ही मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ के कारण बीकानेर, अजमेर और जयपुर संभाग में हल्की बारिश के संकेत दिए हैं। तापमान गिरने के आसार हैं। 15 नवंबर तक सर्दी रात में जोर पकड़ेगी। हवा का रुख उत्तरी होने के कारण अचानक सर्दी बढ़ने की संभावना है। 10 नवंबर से न्यूनतम तापमान 14 डिग्री तक जाने के आसार हैं।