वाइल्ड लाइफ की बात करते ही जेहन में अनेक पक्षी और जानवरो की तस्वीर सामने आ जाती है। बीकानेर की बात करें तो यह इस मामले में धनी है। यह एक ऐसी धरा है जहाँ वाइल्ड लाइफ में रूचि रखने वाले सात समंदर पार से खींचे चले आते है। लेकिन बीकानेर में एक ऐसा नाम है जो वाइल्ड लाइफ को जीता है महसूस करता है। यह शख्स है कुणाल लीखा। वर्ष 2010 से कुणाल रेगिस्तान की वाइल्ड लाइफ को अपने कैमरे में कैद कर रहे है। इस बारे में उनसे बात हुई तो कुणाल ने बताया कि इस बदलते परिवेश में मनुष्य प्रकृति से दूर होता जा रहा है। लेकिन मैं प्रकृति के नजदीक रहते हुए लोगो को यह बताने का प्रयास करता हूँ की हमारी प्रकृति किस तरह हमारी रक्षा करती है। हमारा इको सिस्टम् और इसमे रहने वाले प्राणियों से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। मैंने बीकानेर के जोड़बीड के अलावा, राजाजी नेशनल पार्क, जिम कार्बेट सहित अनेक स्थानों पर प्रकृति और जानवरो को अपने कैमरे में कैद किया है। उन्होंने बताया कि सर्दियों में जोड़बीड में पूरे विश्व से रेप्टर्स जैसे सिनेरिएस वल्चर, हिमालयन, ग्रिफ्फोन वल्चर, यूरेशियन ग्रिफ्फोन वल्चर, अनेक प्रकार की ईगल्स, इंडियन ईगल आउल आदि पहुंचते है। जिन्हें मैंने केमरे में कैद किया है। एक शोध से यह बात सामने आई है कि मानसिक तनाव से दूर रहने के लिए प्रकृति का सानिध्य जरूरी है। कुणाल ने यह अपील कि वाइल्ड लाइफ और प्रकृति के साथ खिलवाड़ ना करें। प्रकृति के नजदीक रहे।