Thar पोस्ट न्यूज। घर में दादाजी कहा करते थे कि आने वाले समय में बात करने के भी पैसे लगेंगे-उस समय बचपन मे उनकी बातों पर गौर न करते हुए मज़ाक समझा जाता था। लेकिन अब प्रत्येक व्यक्ति को मोबाइल पर बात करने के एवज में पैसे चुकाने पड़ रहे हैं। ऐसे अनेक दूरदर्शी लोग हमारे बीच थे जिन्होंने भविष्य की तकनीक व जरूरतों को उस समय भांप लिया था। लेकिन मज़ाक समझा जाता था। इन दिनों एक समाचार पत्र की कटिंग वायरल हो रही है। यह न्यूज कटिंग उस दौर की है जब लेंडलाइन फ़ोन भी चंद लोगों के घरों में या रसूखदारों के घरों में हुआ करते थे। फ़ोन भी पुरानी स्टाइल का तार वाला होता था। लेकिन 1963 के एक अंग्रेजी समाचार पत्र में भविष्य के फ़ोन तकनीक का जिक्र है। तब प्रकाशित हुए आलेख में स्पष्ट कहा गया है कि-फ़ोन आपकी जेब मे रहेगा। रसोई में काम करती महिला भी फ़ोन से बात कर सकेगी। लोग आपस मे ग्रुप में बात कर सकेंगे। तब ऐसी खबरों को तवज्जो नहीं दी जाती थी। सच्चाई अब सामने है।