Thar पोस्ट न्यूज। राजस्थान में दो युवतियों के विवाह चर्चा में है। मध्यप्रदेश में मंदसौर जिले की सीमा से लगे भवानी मंडी में दो युवतियों ने लिव इन में रहने के लिए हिंदू रीति-रिवाज के साथ शादी की और साथ रहने की कसमें खाई। लेकिन उनकी खुशी ज्यादा देर नहीं चली। दोनों युवतियों में से एक युवती के मामा पहुंचे और उसको अपने साथ ले गए। युवतियों ने कोर्ट से समलैंगिक विवाह की अनुमति मांगी थी। लेकिन कोर्ट से उन्हें पता चला कि भारत में समलैंगिक विवाह की मान्यता नहीं है, जिसके बाद दोनों ने एफिडेविट बनवाया और लिव इन में रहने की इच्छा जताई।
जानकारी के मुताबिक झालावाड़ जिले के भवानी मंडी में सोमवार को दो युवतियों ने समलैंगिक विवाह की इच्छा जताते हुए कोर्ट से अनुमति मांगी। दोनों युवतियों को कोर्ट से पता चला कि भारत में समलैंगिक विवाह को मान्यता नहीं है तो दोनों युवतियों ने लिव-इन रिलेशनशिप में रहने के लिए एफिडेविट बनवाया और दोनों ही युवतियों ने कोर्ट से इजाजत मिलने के बाद हिंदू रीति-रिवाज से शादी की और एक घर में साथ रहने के लिए चली गई थी। लेकिन उनकी खुशी ज्यादा देर टिक नहीं पाई। युवतियों के घर पहुंचने के बाद दोनों युवतियों में से एक के परिजन उनके घर पहुंचे और मारपीट कर एक युवती को अपने साथ ले गए।
भवानी मंडी शहर के लक्ष्मी नगर निवासी दो युवतियों ने समलैंगिक विवाह करने की इच्छा जताते हुए कोर्ट में आवेदन दिया था। इस पर कोर्ट द्वारा दोनों युवतियों को लिव इन में रहने की इजाजत दे दी गई है। लिव इन में पति की भूमिका निभाने वाली युवती ने बताया कि वह मजदूरी का कार्य करती है और उसकी दोस्त खाना बनाने का काम करती है। उनकी पहली मुलाकात उस समय हुई जब वह एक मकान के निर्माण कार्य मे मजदूरी का कार्य कर रही थी और उसकी दोस्त वहां खाना बनाने आती थी, तब से ही दोनों एक दूसरे को जानने लगी। इसके बाद दोनों में नजदीकियां बढ़ी तो दोनों ने अपने प्यार का इजहार किया। इसके बाद हिम्मत करके कोर्ट पहुंचकर शादी करने की इच्छा जताई। यहां उन्हें पता चला कि देश में समलैंगिक विवाह को मान्यता नहीं है। इसके बाद दोनों ने लिव इन में रहना तय किया।