Thar पोस्ट न्यूज विशेष। किसी ने सही कहा है कि व्यक्ति की असली दौलत उसकी यादें होती है और यही उसके साथ चली जाती है। यूरोप के ऑक्सफोर्ड का एक परिवार ऐसा भी है जहां बीकानेर के नाम का जिक्र बार-बार होता है। बीकानेर में यह विदेशी परिवार कई बार आ चुका है। यह परिवार है जोहाना हेन्सन का। बीकानेर से यह कनेक्शन
वरिष्ठ नागरिक जोहाना हेन्सन अपने पूर्वजों की जड़े तलाशने के लिए कई बार बीकानेर आ चुकी है। जोहाना ने यहां बीकानेर में राजस्थान राज्य अभिलेखागार में अनेक जानकारियां भी जुटाई है।
महाराजा गंगा सिंह के सेकेट्री थे
कुछ समय पहले हेन्सन से बताया कि इंग्लैण्ड में रहने वाले मेजर ग्रेनवेले रियासतकाल में बीकानेर के महाराजा गंगासिंह के सेकेट्री हुआ करते थे। उन्होंने 1916 से 1924 के बीच का समय बीकानेर में बताया था। हेन्सन बताती है कि ग्रेनवेले उसके दादा थे। वे प्रिंस बिजय सिंह के भी प्रशिक्षक थे। ग्रेनवेले बीकानेर के गंगा महल पैलेस में रहा करते थे। इसी महल में मेजर ग्रेनवेले को पुत्र की प्राप्ति हुई थी। जिनका नाम जॉन था। जो कि जोहाना के पिता थे।
ऑक्सफोर्ड के इस परिवार में बीकानेर के नाम के चर्चे पीढिय़ों से चल रहे हैं यह परिवार मेजर ग्रेनवेले का है। मेजर की पौत्री जोहाना जब कॉलेज समय के दौरान इतिहास में एम.ए कर रही थी तब ही यह निर्णय किया कि वह एक दिन अपने परिवार की नींव और दादाजी की सभी यादों को खोज निकालेंगी। यही चाह उसे बीकानेर खींच लाती है।
मेजर ग्रेनवेले को राजस्थान से खास लगाव था। उनका विवाह राजस्थान के जोधपुर में एक ब्रिटिश महिला से हुआ। यह महिला उनके साथ बीकानेर के गंगा महल आ गई। यहीं पर जॉन का जन्म हुआ। जॉन की सन्तानों में एक जोहाना है जिसका जन्म ऑक्सफोर्ड में हुआ। जोहाना ने मुझे बताया कि वर्ष 1918 में जब महाराजा गंगा सिंह पेरिस गए थे तो दो व्यक्ति उनके साथ गए थे उनमें से एक मेजर ग्रेनवेले थे। * जितेंद्र व्यास