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IMG 20241023 101608 83 बीकानेर : महिला ने लगाए आरोप, एईएन व लाइनमैन के खिलाफ मुकदमा Bikaner Local News Portal राजस्थान
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Thar पोस्ट न्यूज बीकानेर संभाग के हनुमानगढ़ जिले डिस्कॉम कार्यालय में एक महिला कर्मचारी के यौन उत्पीड़न के मामले को लेकर खलबली मची हुई है। महिला थाना पुलिस ने शनिवार को डिस्कॉम एईएन और लाइनमैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। महिला द्वारा दी गई शिकायत में बार-बार उसे चेंबर में बुलाकर अश्लील हरकतें करने और गंदे इशारे करने के साथ ही बात नहीं मानने पर नौकरी खराब करने और जान से मारने की धमकी देने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पीड़िता ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि एईएन हरीशचंद्र ढालिया और लाइनमैन (मीटर लैब) के पद पर कार्यरत भारतीय मजदूर यूनियन लीडर राजेंद्र सीकर उसे काफी समय से परेशान कर रहे हैं।

आवश्यक कार्य के लिए उसे छुट्टी चाहिए होती है, कोई कमी निकालकर उसे परेशान किया जाता है। बिना किसी कार्य के एईएन हरीशचंद्र उसे अपने कमरे में बुलाकर अश्लील बातें, गंदे इशारे और छेड़छाड़ करता है। राजेन्द्र सीकर इस काम में हरीशचंद्र का साथ देता है।

महिला ने आरोपी लगाया कि दीपावली पर वह बीमार हो गई और इलाज के लिए बठिंडा चली गई। 2 नवंबर को डिस्कॉम के एमडी यहां आए हुए थे, तब उसने एईएन हरीशचंद्र से एक दिन की छुट्टी को सीआर छुट्टी में समायोजित करने का आग्रह किया था, जिस पर उसने इंकार कर दिया। इसके बाद राजेंद्र सीकर आया और कहा कि उसके कहने पर एईएन ने सीआर छुट्टी को स्वीकार कर लिया है, इसके बावजूद तू हम दोनों के काम नहीं आ रही। इस बात पर जब महिला ने राजेन्द्र कुमार की मौखिक शिकायत एईएन हरीश से की तो एईएन ने कहा कि राजेंद्र जैसा कहता है वैसा करेगी तो नौकरी आराम से करेगी, नहीं तो कोई न कोई कमी निकालकर तुझे बर्बाद कर देंगे।

19 नवंबर को महिला जब अपने चैंबर में अकेली बैठी कार्य कर रही थी, तभी राजेंद्र कुमार ने चेंबर में घुसकर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालते हुए उसके साथ शारीरिक छेड़छाड़ की और बात नहीं मानने पर जान से मारने की धमकी भी दी। मामले की जांच सीओ एससी-एसटी सेल रणवीर साईं को सौंपी गई है।
मामले में डिस्कॉम एईएन (ग्रामीण) हरीशचंद्र ढालिया का कहना है कि ये आरोप निराधार और बेबुनियाद हैं। आरोप लगाने वाली कर्मचारी का सर्विस रिकॉर्ड ही खराब है। वह समय पर ऑफिस नहीं आती है, इसी कारण इसके वेतन से कटौती भी की गई थी। पूरे ऑफिस का माहौल खराब कर रखा है। विभागीय कार्रवाई से बचने के लिए झूठा आरोप लगाकर दबाव बनाकर बदनाम किया जा रहा है। जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी।

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