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IMG 20210418 WA0087 वरिष्ठ पत्रकार सुधीर सक्सेना (भोपाल) को डॉ. एल. पी. तैस्सितोरी अवार्ड Bikaner Local News Portal साहित्य
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Tp न्यूज़। सादूल राजस्थानी रिसर्च इन्स्टीट्यूट, बीकानेर के तत्वावधान में प्रति वर्ष दिए जाने वाले डाक्टर एल. पी. तैस्सितोरी अवार्ड की श्रंखला में वर्ष 2020 का डॉ. एल. पी. तैस्सितोरी अवार्ड प्रख्यात कवि एवं राजस्थानी भाषा मान्यता आन्दोलन को सक्रिय योगदान देने वाले वरिष्ठ पत्रकार सुधीर सक्सेना (भोपाल) को दिया जाएगा।
संस्था के सचिव कवि-कथाकार राजेन्द्र जोशी ने बताया कि गत वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते इस अवार्ड की घोषणा नहीं की गई, चूंकि इस समय भी कोरोना का प्रभाव कम नहीं हुआ है इसलिए अब परिस्थितियां सामान्य होने पर समारोह का आयोजन किया जाएगा और तैस्सितोरी अवार्ड अर्पित किया जाना है।
संस्था की अध्यक्ष संगीतज्ञ डॉ. कल्पना शर्मा ने बताया कि संपादक सुधीर सक्सेना का राजस्थानी भाषा मान्यता आंदोलन में लंबे समय से उनकी मासिक पत्रिका “दुनिया इन दिनों” के माध्यम से प्रशंसनीय योगदान रहा है। पत्रिका का राजस्थानी भाषा और साहित्य पर केंद्रित अंक बहुत सरहानीय रहा और इससे राजस्थानी साहित्य को भारतीय साहित्य पटल पर हिंदी के माध्यम से देखने परखने का एक अच्छा अवसर मिला। उन्होंने बताया कि राजस्थानी भाषा मान्यता के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी को लिखे गए पत्र को भी पत्रिका ने प्राथमिकता के साथ ना केवल प्रकाशित किया, वरन राजस्थानी के सैकड़ों विद्वानों की मान्यता और राजस्थानी के संदर्भ में टिप्पणियां और आलेख प्रकाशित किए हैं।
सुधीर सक्सेना भाषा, साहित्य और समाज तीनों क्षेत्रों के एक अद्भुत व्यक्तित्व है, जिन्हें पूरी दुनिया के तत्कालीन घटनाक्रमों के साथ इतिहास बोध का शानदार समन्वय करने काव्य दृष्टि मिली है, आपकी विविध विधाओं में तीन दर्जन से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हुई है और देश-विदेश के अनेक मान-सम्मान आपको मिले हैं। यहां यह उल्लेखनीय है कि कवि सुधीर सक्सेना की प्रतिनिधि कविताओं का राजस्थानी अनुवाद ‘अजेस ई रातो है अगूण’ पुस्ताकार प्रकाशित है।


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